ऐलनाबाद(एम पी भार्गव )। 19 फरवरी को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग और इन्सेक्टिसाईडस इंडिया लिमिटेड द्वारा गांव नानकपुरा में स्टीवर्ड दिवस के अवसर पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में गांव के 60 किसानों ने भाग लिया और उन्हें कीटनाशकों के सुरक्षित उपयोग के बारे में जानकारी दी गई।
किसानों को दी गई कीटनाशकों के उपयोग की महत्वपूर्ण सलाह
गोष्ठी में विषय विशेषज्ञ डॉ. राकेश कुन्ट ने किसानों को स्वच्छ पानी में कीटनाशकों का घोल बनाने और विभिन्न कीटनाशकों को मिलाकर छिड़काव न करने की सलाह दी। उन्होंने यह भी बताया कि कीटनाशकों के खाली डिब्बों और पाउच को उचित तरीके से नष्ट करना चाहिए और उन्हें जमीन में दबाने से बचना चाहिए। इसके अतिरिक्त, किसानों को समय पर मियाद अनुसार कीटनाशकों का प्रयोग करने और छिड़काव के बाद हाथ व मुंह को साबुन से अच्छी तरह धोने की हिदायत दी गई।
कीटनाशकों के सुरक्षित उपयोग पर विशेष जोर
डॉ. राकेश कुन्ट ने किसानों को यह भी सलाह दी कि कीटनाशकों, खाद और बीज खरीदते समय हमेशा पक्का बिल लेना चाहिए। उन्होंने यह बताया कि कीटनाशकों का छिड़काव सुबह और शाम के समय करना चाहिए और अत्यधिक गर्मी या तेज हवा के दौरान छिड़काव से बचना चाहिए। उनका उद्देश्य किसानों को कीटनाशकों के सुरक्षित और प्रभावी उपयोग की जानकारी देना था, ताकि वे अपनी फसलों की सुरक्षा करते हुए अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रख सकें।
पीपीई किट पहनने पर जोर
कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञ रविन्द्र यादव ने किसानों को खेतों में कीटनाशकों के सुरक्षित उपयोग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कीटनाशकों का छिड़काव करते समय किसानों को पीपीई किट पहननी चाहिए ताकि कीटनाशक शरीर पर न पड़ें और शारीरिक हानि से बचा जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि कीटनाशकों का उपयोग विश्वविद्यालय की सिफारिशों के अनुसार ही किया जाना चाहिए।