- रिपोर्ट: मंजय वर्मा
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के आवास विकास सेक्टर-4 में एक पुरानी और जर्जर बिल्डिंग गिरने से बड़ा हादसा हुआ है। इस हादसे में 9 लोग मलबे में दब गए, जिनमें से 2 लोगों की मौत हो गई। हादसे में घायल 7 अन्य लोगों को इलाज के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।
घटना उस वक्त हुई जब दीवार हटाने का काम चल रहा था और मजदूर बीच में बीम लगा रहे थे। अचानक छत भर-भराकर गिर पड़ी, जिससे बिल्डिंग में काम कर रहे मजदूर और परिवार के लोग मलबे के नीचे दब गए। हादसे के बाद मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें पहुंचीं और जेसीबी की मदद से मलबे को हटाने का काम शुरू किया।
हादसे में घायल होने वाले लोगों में जगदीशपुरा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर आनंदवीर मलिक भी शामिल हैं। वह बचाव कार्य में जुटे थे, जब एक लोहे का गाडर उनके पैर पर गिर गया, जिससे उनका पैर टूट गया।
केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल और जिलाधिकारी अरविंद बंगारी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और बचाव कार्य में सहायता प्रदान की।
मलबे में दबे 9 लोग निकाले गए, 2 की मौत
हादसे की सूचना मिलते ही अधिकारियों ने राहत कार्य शुरू किया। मलबे में दबे 9 लोगों को बचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान 2 लोगों की मौत हो गई। अन्य घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
विष्णु पंडित नामक व्यक्ति के मालिकाना हक वाली यह बिल्डिंग 2 मंजिला थी, जिसमें पिछले वर्ष शराब की दुकानें थीं। 1 अप्रैल से शराब की दुकानें स्थानांतरित कर दी गई थीं, और पंडित जी अपनी बिल्डिंग का जीर्णोद्धार करा रहे थे। शनिवार शाम करीब 4 बजे दीवार हटाने का काम चल रहा था, तभी छत गिर पड़ी।
पुरानी और जर्जर बिल्डिंग
विष्णु पंडित की बिल्डिंग काफी पुरानी और जर्जर हालत में थी। वह अपनी बिल्डिंग की मरम्मत करा रहे थे, ताकि उसमें रहने वाले लोग सुरक्षित रहें। हादसा उस समय हुआ जब छत का कुछ हिस्सा गिरने से मलबा बन गया और इसमें कई लोग दब गए।
केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मलबे में दबे सभी 9 लोगों को बचा लिया गया है, लेकिन कुछ लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। राहत कार्य अभी भी जारी है और पुलिस प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।