गाजियाबाद: ग्राम अबूपुर के मुख्य मार्ग की दुर्दशा को लेकर निर्वाण फाउंडेशन के तत्वाधान में 30 जनवरी 2025 से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया गया है। संस्था के संस्थापक ईश्वर चंद्र और उनकी टीम ने गंदे पानी से भरे मुख्य मार्ग की समस्या को लेकर आवाज उठाई, जिसमें ग्रामीणों का भरपूर समर्थन मिला।
ग्रामीणों की शिकायतों को नजरअंदाज कर रहा प्रशासन
ग्रामीणों के अनुसार, 2020 से लगातार क्षेत्रीय विधायक, सांसद, ब्लॉक प्रमुख, मुख्यमंत्री पोर्टल और उप-जिलाधिकारी को शिकायतें दी गईं, लेकिन कोई भी अधिकारी इस गंभीर समस्या का समाधान करने को तैयार नहीं है। निर्वाण फाउंडेशन ने प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए तब तक धरना जारी रखने की घोषणा की है जब तक कि मार्ग को सही नहीं कर दिया जाता।
मुख्य समस्याएं और मांगें:
1. पढ़ाई से वंचित छात्र-छात्राओं के लिए वाहन की व्यवस्था कराई जाए।
2. नौकरी पेशा लोगों को हो रही देरी के कारण छुट्टी का नुकसान हो रहा है, जिससे कई परिवारों के चूल्हे तक ठंडे पड़ गए हैं, उन्हें दिहाड़ी मुआवजा दिया जाए।
3. गंदे पानी के जमाव से पैदा होने वाली बीमारियों का निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज कराया जाए।
4. सड़क खराब होने के कारण मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में देरी से मौत हो सकती है, ऐसे मामलों में पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग दिया जाए।
5. गंदे पानी और सीलन से घरों की दीवारें कमजोर हो रही हैं, जिससे घर गिरने का खतरा बढ़ रहा है। मकान मालिकों को मुआवजा दिया जाए।
व्यापार मंडल और ग्रामीणों का समर्थन
धरने के पहले दिन भारतीय युवा ग्रामीण एवं शहरी विकास व्यापार मंडल के विधानसभा अध्यक्ष अमित अग्रवाल, नवर्शन गुरुजी और व्यापार मंडल के अन्य सदस्य धरने में शामिल हुए। इसके अलावा, सैकड़ों ग्रामीणों ने भी आंदोलन को मजबूती देने की रणनीति पर चर्चा की।
धरने में मौजूद प्रमुख लोग
धरने में विनय कुमार, भोला शंकर, ओमकार, बब्लू, अनिल, अनुज, राजबीर, अलका, नरेंद्र, प्रदीप, हरपाल, हरेंद्र शर्मा, रामपाल, विद्यावती, ब्रजेश, रोहतास, गुड्डू सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
👉 ग्रामीणों और निर्वाण फाउंडेशन ने चेतावनी दी है कि जब तक प्रशासन इस समस्या का हल नहीं निकालता, आंदोलन जारी रहेगा।