जालसाजों का कारनामा, कार में चलाते थे कॉल सेंटर, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के बहाने कर देते थे खाता खाली
डीसीपी साइबर जसलीन कौर ने बताया कि अक्सर लोग लालच या ऑफर के चक्कर में साइबर ठगी के शिकार हो जाते हैं। क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने, शेयर मार्केट में पैसे लगवाकर मुनाफा दिलाने के नाम पर ठगी होती है।
फरीदाबाद: जालसाजों का कारनामा तो देखिए! बदमाश साइबर ठगी के लिए एक कार में कॉल सेंटर चला रहे थे। पुलिस लोकेशन ट्रेस न कर सके, इसलिए आरोपी अलग-अलग लोकेशन पर कार खड़ी कर लोगों को फोन करते। क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाने की बात कहकर लोगों से लाखों रुपये ऐंठ लेते। पुलिस ने दिल्ली से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया तो पता चला कि वह लोगों को फंसाने के बाद असम में बैठे गैंग के सदस्य के पास पैसे ट्रांसफर करवाते थे। आरोपियों ने हजारों लोगों का डेटा बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से जुटा रखा था। पकड़े गए युवकों से 12 मोबाइल, अर्टिगा गाड़ी, क्रेडिट कार्ड धारकों का डेटा व 10 हजार 600 रुपये बरामद किए हैं।
डीसीपी साइबर जसलीन कौर ने बताया कि अक्सर लोग लालच या ऑफर के चक्कर में साइबर ठगी के शिकार हो जाते हैं। क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने, शेयर मार्केट में पैसे लगवाकर मुनाफा दिलाने के नाम पर ठगी होती है। इसके प्रति जागरूक होकर लोग साइबर अपराधियों के चंगुल से बच सकते हैं। साइबर ठगी होने पर तुरंत 1930 पर कॉल कर सूचना दें, ताकि आपके पैसे तुरंत फ्रीज करवाए जा सकें।
गैंग में एक युवती भी शामिल
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि आरोपी दीपक दिल्ली के सुभाष नगर और सिद्धार्थ उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का रहने वाला है। 12 जनवरी को साइबर थाने में धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया गया था। आरोपियों ने पीड़ित सुनील के साथ क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर 43 हजार 500 रुपये की धोखाधड़ी की थी। जांच शुरू हुई तो पुलिस ने दोनों आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के लिए आरोपियों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। सामने आया कि आरोपियों के साथ एक युवती व दो अन्य युवक भी शामिल हैं।
दिल्ली में भी दर्ज है एक केस
आरोपी कार में बैठकर ही क्रेडिट कार्डधारकों को फोन करते थे और क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर उनका कार्ड नंबर, सीवी आदि मांगते थे। आरोपी क्रेडिट कार्ड से पैसे असम के रहने वाले अपने साथी के खाते में डलवाते थे। पता चला है कि आरोपियों के खिलाफ इससे पहले दिल्ली में भी धोखाधड़ी का एक केस दर्ज है।