दुबई में काम करने गए Mirzapur के युवक को मारी गोली, हत्या की आशंका से सशंकित परिवार को नहीं दी जा रही ठोस जानकारी!
*प्रधानमंत्री को संबोधित पत्र डीएम को सौंप बेटे को भारत लाने की मांग की मां की पुकार
- रिपोर्ट – चंदन दुबे
मिर्ज़ापुर। रोजी-रोजगार के सिलसिले में आबूधाबी (दुबई) गए एक युवक की संदिग्धावस्था में गोली मारें जाने की खबर है। खबर होने पर परिजनों का एक सप्ताह से रो-रोकर बुरा हाल हो उठा है वहीं जिस कंपनी में युवक काम करता था वहां के लोगों द्वारा भी कोई भी ठोस जानकारी देने के बजाए चुप्पी साध लिए जाने से पीड़ित परिवार के लोगों सहित गांव में हड़कंप मचा हुआ है।
बताते चलें कि मिर्ज़ापुर जिले के देहात कोतवाली के पिपराडाड़ गांव निवासी सोनू साहनी 32 वर्ष दुबई की एक कंपनी में बतौर मैकेनिक काम कर रहा था। जहां से उसकी गोली लगने से मौत की खबर आई है।
हालांकि इस संदर्भ में न तो अभी तक कोई पुष्ट खबर दी गई है, ना ही इसकी कोई अधिकृत जानकारी हो पाई है। जबकि पीड़ित परिवार के लोग बराबर कंपनी से जुड़े हुए लोगों से सम्पर्क बनाए हुए हैं, बावजूद इसके न तो कोई ठोस जानकारी दी जा रही है और ना ही सोनू के शव को दिखाया गया है।
सोनू की माता मीला देवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित पत्र जिलाधिकारी को देकर बेटे के वापसी की गुहार लगाई है। बताया कि उनका बेटा सोनू दस माह पूर्व दुबई स्थित एनपीसी ट्रोजन कंपनी में काम करने गया था। जहां उसकी गोली मारकर हत्या कर दिए जाने की खबर मिली है। महिला ने बेटे सोनू को वतन वापस लाने की मांग की है। बताया कि बेटा उनका बेटा सोनू जून 2024 में वीजा बनवाकर दुबई नौकरी करने के लिए गया था। सोनू दुबई के आबूधाबी स्थित एनपीसी ट्रोजन काम कंपनी में करता है।
बताया कि पिछले दिनों कंपनी के एक कर्मचारी ने बिना अपना नाम बताए फोन पर महिला को जानकारी दी कि सोनू को बाहर निकलने से मना किया गया था, लेकिन 3 अप्रैल 2025 को सोनू खाना खाने के बाद अपने कुछ साथियों के साथ रात करीब 10 बजे घूमने के लिए बाहर निकल गया और ओमान बार्डर तक पहुंच गया। जहां सुरक्षा कर्मियों ने उसे गोली मार दी थी और उसके साथियों को जेल भेज दिया है। बाद में वहां के प्रशासन ने उसका शव अपने साथ लेकर चलें गए हैं।
आखरी बार पत्नी से हुई थी बात
सोनू के परिजनों की मानें तो एक सप्ताह पूर्व सोनू अपनी पत्नी बेबी से बात कर रहा था। अचानक बात करने के दौरान सोनू का फोन बंद हो गया, जिसके बाद परिवार से कोई संपर्क नहीं हो पाया था, इससे परिवार के लोगों को आशंका गहरा गई थी। दो-तीन दिन बीतने के बाद भी जब कोई संदेश नहीं आया तो परिजन और भी आशंकित हो उठें थें।
बताया कि जब सोनू के बारे में वहां के कर्मचारियों से परिजन ने वीडियो के माध्यम से उसका शव दिखाने की मांग की तो, उन्हें सुरक्षा कारणों का हवाला देकर उन्होंने इन्कार कर दिया। बचपन में ही सिर से पिता का छाया छिन जाने के बाद सोनू अपनी मां और छोटे भाई बहनों के साथ पला बड़ा हुआ़ है। सोनू की मां, छोटे भाई, पत्नी, दो मासूम पुत्रियों और एक दुधमुंहे बेटे का रो रोकर बुरा हाल है।
गौरतलब हो कि सोनू के छोटे भाई मोनू की इसी 16 अप्रैल को बारात जानी थी। घर परिवार में हर्ष उल्लास का माहौल चल रहा था। सोनू के छोटे भाई मोनू के मुताबिक एक सप्ताह पूर्व ही बात हुई थी, क्या पता था कि इसके बाद भैया से बात नही हो पाएगी.. यह कहते हुए मोनू फफक-फफक कर रो पड़ते हैं। घर के दरवाजे पर आस-पास के लोगों की भीड़ जमी हुई है कोई मां को मना रहा है तो कोई सोनू की बिलखती पत्नी को सभी का रो-रोकर बुराहाल हो जा रहा है। इधर मामला उछलने पर तथा पीड़ित परिवार द्वारा लगाई गई गुहार के मसले पर प्रभारी जिलाधिकारी विवेक कुमार ने कहा कि मामले की पूरी जानकारी कर शासन को अवगत कराते हुए कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी ओर जिले की ख़ुफ़िया विभाग के लोग भी इस मामले को लेकर छानबीन करने में जुट गए हैं।