एसजीपीसी का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब से मिला, धार्मिक दंड पर पुनर्विचार की मांग
गुरप्रीत सिंह झब्बर ने 2 दिसंबर के घटनाक्रम पर उठाए सवाल, बीबी जागीर कौर पर आरोप
अमृतसर, 18 दिसंबर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह से मुलाकात की और उन्हें एक मांग पत्र सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल में एसजीपीसी सदस्य गुरप्रीत सिंह झब्बर भी शामिल थे, जिन्होंने मीडिया से बात करते हुए 2 दिसंबर को अकाल तख्त साहिब के द्वारा लिए गए फैसले पर सवाल उठाए।
2 दिसंबर के घटनाक्रम पर आपत्ति
गुरप्रीत सिंह झब्बर ने कहा कि 2 दिसंबर को अकाल तख्त साहिब से सुखबीर सिंह बादल और अकाली दल के अन्य नेताओं को बुलाया गया था, जिनके साथ परमिंदर सिंह ढिंसा को भी बुलाया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि परमिंदर सिंह ढिंसा को अकाली दल में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को शामिल करने और अपने अपराधों को स्वीकार करने के बावजूद समान रूप से दोषी ठहराया गया।
बीबी जागीर कौर और अन्य पर आरोप
गुरप्रीत सिंह झब्बर ने पूर्व एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जागीर कौर पर भी आरोप लगाए कि उन्होंने अपने स्पष्टीकरण को तोड़-मरोड़ कर संगत को गुमराह किया। साथ ही उन्होंने कहा कि सुरजीत सिंह रखड़ा पर भी राम रहीम के डेरे में जाने का आरोप है, जिसका उन्होंने वीडियो सबूत प्रस्तुत किया।
धार्मिक दंड पर पुनर्विचार की अपील
गुरप्रीत सिंह ने जत्थेदार से अपील की कि वे इस फैसले पर पुनर्विचार करें और पारदर्शी तरीके से उन पर धार्मिक दंड फिर से लागू करें, ताकि किसी भी प्रकार की ग़लतफहमी या अन्याय का निवारण किया जा सके।