Birth Anniversary:हिन्दी सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे कुंदन लाल सहगल, बॉलीवुड में एन्ट्री से पहले कर चुके है सेल्समैन का काम
रॉयल्टी शुरू करने वाले पहले गायक थे के एल सहगल
नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार कुंदन लाल सहगल एक अच्छे गायक के साथ महान अभिनेता भी थे। अपने छोटे से जीवन और फिल्मी करियर में उन्होंने लगभग छत्तीस फिल्मों में काम किया और लगभग 200 से ज्यादा गानें गाए थे। 1930 और 40 के दशक में उनके शानदार अभिनय और दिलकश गायकी के कारण दर्शक फिल्मों में रूचि रखने लगे थे। आज के एल सहगल के 119वीं जयंती पर आइए जानते है उनके जीवन की कुछ खास बातें-……..
जीवन परचय
के एल सहगल का जन्म 11 अप्रैल 1904 को जम्मू में हुआ था। के एल सहगल के पिताजी का नाम अमरचंद और उनकी मां का नाम केसर बाई था।
अमरचंद और केसर बाई के कुल 5 बच्चे थे जिनमे से चौथे नंबर पर कुंदन थे।
शिक्षा
कुंदन लाल सहगल का बचपन से ही गीत संगीत की ओर रुझान था। कुंदन लाल सहगल ने एक सूफी संत सलमान यूसुफ से संगीत सीखे। के० एल० सहगल की प्रारंभिक शिक्षा बहुत ही साधारण तरीके से हुई।
व्यक्तिगत जीवन
के एल सहगल ने 1935 में आशा रानी के साथ विवाह किया। शादी के बाद उनके 3 बच्चे हुए- नीना और बीना उनकी बेटियां थी और उनको एक बेटा भी था जिसका नाम- मदन मोहन था।
करियर
1930 में कोलकाता के न्यू थियेटर के बी. एन. सरकार ने उन्हें 200 रूपए मासिक पर अपने यहां काम करने का मौक़ा दिया। सहगल को बतौर अभिनेता 1932 में प्रदर्शित एक उर्दू फ़िल्म ‘मोहब्बत के आंसू’ में काम करने का मौक़ा मिला। 1932 में ही बतौर कलाकार उनकी दो और फ़िल्में ‘सुबह का सितारा’ और ‘जिंदा लाश’ भी प्रदर्शित हुई, लेकिन इन फ़िल्मों से उन्हें कोई ख़ास पहचान नहीं मिली।
1935 में उन्होंने शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास देवदास पर बनी फिल्म में ‘देवदास’ के किरदार और अपने गीतों से अपार लोकप्रियता हासिल की। उन्होंने ख्याल, बंदिश, गजल समेत कई विधियों और हिंदी, उर्दू, बंगाली समेत कई भाषाओं में अपना संगीत लोगों तक पहुंचाया।
निधन
8 जनवरी 1947 को 42 वर्ष की उम्र में के एल सहगल का निधन हो गया था।