रामपुर। जिलाधिकारी जोगिन्दर सिंह ने जॉइंट मजिस्ट्रेट अभिनव जे जैन के साथ जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया।
इस दौरान जिलाधिकारी ने पंजीकरण कक्ष, दवा वितरण कक्ष, सीटी स्कैन, ब्लड बैंक, एक्सरे, हड्डी रोगी वार्ड और एनआरसी सहित विभिन्न वार्डों में पहुँचकर बारीकी से निरीक्षण किया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसपी सिंह व सीएमएस डॉ एच के मित्रा से जानकारी प्राप्त की। दवा वितरण कक्ष में पहुंचकर उन्होंने स्टाफ से दवाइयों की उपलब्धता के बारे में पूछा, जिस पर स्टाफ ने बताया कि निर्धारित मानक के अनुरूप समस्त दवाइयां उपलब्ध हैं। उन्होंने दवाइयों की उपलब्धता से संबंधित रजिस्टर का भी अवलोकन किया तथा मरीजों से डॉक्टरों द्वारा प्रदान किये जा रहे उपचार और उनके व्यवहार आदि के बारे में बातचीत की।
उन्होंने सीएमएस से कहा कि जिला चिकित्सालय परिसर में जहां प्रकाश की बेहतर व्यवस्था नहीं है वहां जरूरी प्रबंध कराया जाए ताकि रात्रि के समय मरीजों और तीमारदारों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करनी पड़े।
पोषण पुनर्वास केंद्र पहुंचकर उन्होंने वहां भर्ती बच्चों का हालचाल जाना।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में 5 बच्चे भर्ती हैं जिनका उपचार चल रहा है। बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और अनुकूल माहौल के लिए सभी संसाधन मौजूद हैं।
जिला महिला चिकित्सालय पहुँचकर उन्होंने इस माह में सामान्य प्रसव और सीजेरियन की संख्या और जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर मौजूद प्रसव सम्बन्धी सेवाओं के बारे में सीएमएस महिला से जानकारी ली। मीडिया से बातचीत के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जिला चिकित्सालय में भारी संख्या में लोग उपचार कराने के लिए आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की निगरानी में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं को उत्कृष्ट स्तर पर ले जाने के लिए जो भी जरूरी उपाय हैं उन्हें लागू कराने की दिशा में कार्य किए जाएंगे।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अंतर्गत 1 फरवरी को एल्बेंडाजोल टेबलेट खाने से छूटे बच्चों को 5 फरवरी को एल्बेंडाजोल की टेबलेट खिलाने के निर्देश शासन स्तर से दिए गए थे।
यह टैबलेट 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को देने का प्रावधान है। जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय में बच्चों को एल्बेंडाजोल की टेबलेट खिलाई और इसके महत्व के बारे में बताया।
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