बिहार शरीफ: महानंदपुर में धूमधाम से मनाई गई जननायक की 100 वीं जयंती, भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर अमर रहे का गगन भेदी नारा गूंजा

बिहार शरीफ: सादगी व त्याग के महान नेता व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी समारोह धूमधाम से महानंदपुर गांव में बाबा धर्मदास पूजा स्थल परिसर में मनाई गई। इस जयंती कार्यक्रम की अध्यक्षता एआई एमसीईए के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक कुमार ने की तथा संचालन कुणाल कुमार ने किया।

सर्वप्रथम भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर जी के चित्र पर उपस्थित गणमान्य लोगो ने माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया।

Bihar Sharif: 100th birth anniversary of Jannayak was celebrated with pomp in Mahanandpur, the piercing slogan of Bharat Ratna Karpuri Thakur Amar Rahe echoed.जन्म शताब्दी समारोह की अध्यक्षता कर रहे एआईएमसीईए के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक कुमार ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कर्पूरी ठाकुर आजीवन शोषितों, गरीबो की आवाज बुलंद तरीके से उठाते रहे। उन्होंने अपने कर्म की बदौलत नई इबारत लिखी ।

उन्होंने कहा कि निः संदेश नाश और नित्यता प्रकृति के दो विशिष्ट भौतिक गुण होते हैं। भौतिक पिंडों का धड़ तिरोहित हो जाता है लेकिन सत्कर्म की शाखा सदा सर्वदा लहलाहाती रहती है।
जननायक कर्पूरी ठाकुर की गिनती ऐसे ही महापुरुषों में की जाती हैं। जिनका जीवन संपूर्ण मानवता के लिए उपदेश है।उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर गरीबों एवं वंचितों के मसीहा के रूप में युगों युगों तक जाने जाते रहेंगे। इसलिए उन्हें आम जनता ने जननायक की उपाधि से नवाजा था। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित नालंदा महिला कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो. डॉ.अनिल कुमार गुप्ता ने कर्पूरी ठाकुर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा किया ।साथ ही उन्होंने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला।

Bihar Sharif: 100th birth anniversary of Jannayak was celebrated with pomp in Mahanandpur, the piercing slogan of Bharat Ratna Karpuri Thakur Amar Rahe echoed.अरविंद शर्मा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर मुख्यमंत्री रहते हुए भी हजामत पेशा नही छोड़े और सादगी के मिशाल थे ।

गोरख ठाकुर एवं अनिल कुमार शर्मा ने कर्पूरी ठाकुर के व्यक्तित्व पर विस्तार से चर्चा किया ।

वही विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद ई.सीताराम प्रसाद कर्पूरी ठाकुर के कृतित्व पर चर्चा करते हुए कहा कि वे ऐसे मुख्यमंत्री थे जो एक साथ 5 हजार से अधिक वेरोजगार इंजीनियर को सरकारी नौकरी प्रदान किए थे ,वे जन जन के मसीहा थे। जननायक को गुदड़ी का लाल कहा जाता है ।श्याम सुंदर शर्मा ने पढ़ लिख बबुआ कलमिये में जान गवाकर बाल शिक्षा के प्रति जागरूक किया।

अरविंद शर्मा, आत्मानंद शर्मा, वार्ड सदस्या सुधा देवी, परमानंद शर्मा, गोरख ठाकुर ,अनिल ठाकुर, तालेवर शर्मा, सागर शर्मा, नंदकिशोर शर्मा, मुकेश कुमार, दिनेश प्रसाद, कोरई पूर्व पंचायत समिति उम्मीदवार प्रतिभा कुमारी, पूर्व वार्ड सदस्य मनोरमा देवी, संगीता देवी, शांति देवी, मुकेश, सागर शर्मा सहित लोगो ने जयंती समारोह को सम्बोधित किया।
महानंदपुर के नंद समाज के लोगो ने बहुत मेहनत कर श्रद्धापूर्वक जयंती मनाई।

और कर्पूरी की जन्म शताब्दी समारोह को लेकर लोगों में खास उत्साह देखने को मिला। इस जयंती समारोह में अनेको जाने माने समाजसेवी, बुद्धिजीवी, शिक्षाविद सहित संपूर्ण जिले के गणमान्य लोग भाग लिए।

साथ ही कार्यक्रम के अंत में प्रतिभावान लोगों को सम्मानित किया गया ।

Leave A Reply

Your email address will not be published.