मीरापुर: लगातार हादसों के बाद भी धड़ल्ले से चल रहे ओवरलोड वाहन

हादसों से भी सबक नही ले रही पुलिस

मीरापुर। मीरापुर क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों से लगातार हो रहे हादसों के बावजूद भी पुलिस इन ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसने में नाकामयाब है मीरापुर क्षेत्र में धड़ल्ले से ओवरलोड वाहन चल रहे है पुलिस हादसों से भी सबक नही ले रही है।लगातार हो रहे हादसों से लोगों में धीरे-धीरे पुलिस के प्रति आक्रोश पनप रहा है। मीरापुर क्षेत्र में पिछले करीब दो सप्ताह से ओवरलोड वाहनों से लगातार हादसे हो रहे है 3 दिसम्बर की सुबह कस्बें की थावर वाली मस्जिद के समीप ओवरलोड ट्रैक्टर ट्राले और ट्रक के बीच हुई भयंकर भिड़न्त में एक बच्ची समेत तीन लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी जबकि चार लोग गंभीररूप से घायल हुए थे उक्त हादसे को देखकर लोगों की रूह कांप उठी थी इसके बाद बस स्टैंड,चुड़ियाला,कैलापुर व मोन्टी तिराहे पर भी ओवरलोड वाहन से हादसे हुए तो पुलिस ने औपचारिकता करते हुए कुछ ओवरलोड वाहनों के चालान भी किये किन्तु फिर पुलिस खानापूर्ति करके आराम से बैठ गई जिसके फलस्वरूप गुरुवार की सुबह पुनः एक ओवरलोड गन्ने से भरे ट्रक द्वारा तोड़े गए ख़म्बे के नीचे दबने से एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया तथा जीवन-मृत्यु के बीच अस्पताल में संघर्ष कर रहा है।किंतु इन सब हादसों के बाद भी पुलिस प्रशासन चैन की नींद सो रहा है तथा इन ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसने में पूरी तरह नाकामयाब साबित हो रहा है।

शुक्रवार को भी कस्बें के शर्मा धर्म कांटे के समीप एक गन्ने के ट्राले की चपेट में आने से एक साईकिल सवार बाल बाल बच गया।पुलिस की लचर कार्यशैली के चलते लगातार हो रहे हादसों के बावजूद भी मीरापुर क्षेत्र में ये ओवरलोड वाहन धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रहे है।शायद पुलिस को अभी और बड़े हादसे का इंतजार है।..

….इन्होंने कहा…ओवरलोड वाहनों की निरन्तर चेकिंग चल रही है किसी भी कीमत पर ओवरलोड वाहन क्षेत्र में नही चलने दिए जाएंगे।आज भी करीब एक दर्जन ओवरलोड वाहनों के चालान किये गए है वही मिल के ट्रांसपोर्टरों की कमेटी बनाकर उन्हें भी स्पष्ट चेतावनी दे दी गई है कि वह केवल अंडरलोड व अंडर हाइट गन्ना ही भरेंगे।साथ ही मिल के अधिकारियों ने भी अंडरलोड व अंडर हाइट गन्ना ही मिल के अंदर लेने तथा सभी वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाने का आश्वासन दिया है।…रवेन्द्र सिंह यादव प्रभारी निरीक्षक मीरापुर

अधिकांश चालकों पर नही है हैवी ड्राइविंग लाइसेंस
मीरापुर क्षेत्र में गन्ने,खोई व लकड़ी के ओवरलोड ट्रैक्टरों को चलाने वाले अधिकांश चालक नोसिखये है ज्यादातर चालकों के पास तो ड्राइविंग लाइसेंस भी नही है और जिनके पास है तो उनमें से भी अधिकतर लाइट लाइसेंस वाले है।वही ज्यादातर ट्रैक्टरों का रजिस्ट्रेशन भी निजी वाहन के रूप में खेती कार्य के लिए है जबकि परिवहन विभाग की मिलीभगत से ये सब कमर्शियल कार्य में चल रहे है।

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