हरियाणा के फरीदाबाद में 2 मार्च को हुए निकाय चुनाव में उम्मीद से काफी कम मतदान हुआ। मेयर और पार्षद पद के लिए हुए इस चुनाव में सिर्फ 40.9% मतदाता ही अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे, जबकि अनुमान लगाया जा रहा था कि मतदान 50% के करीब होगा।
कम मतदान के कारण
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, मतदान प्रतिशत कम रहने के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
शहरी इलाकों में कम रुचि – आमतौर पर शहरी क्षेत्रों में निकाय चुनाव को लेकर मतदान प्रतिशत कम रहता है।
उत्साह की कमी – मतदाताओं में चुनाव को लेकर उत्साह की कमी देखी गई, जिससे मतदान प्रभावित हुआ।
प्रचार की कमी – चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तरफ से अपेक्षित प्रचार नहीं हुआ, जिससे लोग मतदान केंद्र तक नहीं पहुंचे।
गर्मी और मौसम का असर – 2 मार्च को हल्की गर्मी भी रही, जिससे लोग घरों से निकलने में हिचकिचाए।
चुनाव आयोग की अपील बेअसर
चुनाव से पहले प्रशासन और चुनाव आयोग ने मतदाताओं को जागरूक करने की कोशिश की थी, लेकिन इसका खास असर नहीं दिखा। अब राजनीतिक दल और विश्लेषक इस कम मतदान के असर का आकलन कर रहे हैं कि यह चुनावी परिणामों पर क्या प्रभाव डालेगा।