प्रेग्नेंसी में पेनकिलर के इस्तेमाल से हो सकता है ADHD का खतरा, जानें क्या करें

प्रेग्नेंसी किसी भी महिला के लिए बेहद नाजुक समय होता है, जब वह हर काम सोच-समझकर करती है। दवाईयों से लेकर खानपान तक, सब कुछ बच्चे के स्वास्थ्य के हिसाब से चुना जाता है। हालांकि, कई बार इस दौरान मां को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है, जिसे वह बिना दवा के सहन नहीं कर पाती। ऐसे में अक्सर पैरासिटामोल जैसे पेनकिलर्स लेने की सलाह दी जाती है, लेकिन यह दवा आपके बच्चे के न्यूरोलॉजिकल डेवलपमेंट को प्रभावित कर सकती है और बच्चे को ADHD (एटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) जैसे विकार का खतरा हो सकता है।

रीसर्च में हुआ खुलासा
हाल ही में यूएस के कुछ वैज्ञानिकों द्वारा की गई एक रिसर्च में यह सामने आया कि एक गर्भवती महिला के ब्लड में अत्यधिक मात्रा में acetaminophen (पैरासिटामोल का एक प्रमुख घटक) पाया गया। यह रसायन महिला के शरीर में 3 गुना ज्यादा था, जिससे उसके होने वाले बच्चे को ADHD डिसऑर्डर का खतरा हो सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि गर्भावस्था में पेनकिलर का सेवन बच्चे के मस्तिष्क के विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यह दवा मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर को प्रभावित कर सकती है, जो ध्यान और व्यवहार को नियंत्रित करते हैं।

ADHD क्या है?
ADHD (एटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) एक न्यूरोडेवलपमेंटल विकार है, जो बच्चों के ध्यान केंद्रित करने, शांत रहने और आवेगों को नियंत्रित करने में कठिनाई उत्पन्न करता है। ADHD से पीड़ित बच्चों को स्कूल में पढ़ाई में और सामाजिक जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके इलाज के लिए थेरेपी, दवाइयां और माता-पिता द्वारा विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है।

प्रेग्नेंसी में दर्द के लिए क्या करें?
अगर गर्भावस्था के दौरान आपको असहनीय दर्द हो रहा है, तो पेनकिलर्स लेने की बजाय आप गर्म या ठंडी सिकाई का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके अलावा, मालिश भी एक प्रभावी उपाय हो सकता है। यदि दर्द बहुत अधिक हो, तो डॉक्टर से परामर्श लें और उनकी सलाह के अनुसार उपचार करें।

नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी दवा या उपचार का पालन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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