माघ माह की पूर्णिमा तिथि को माघ पूर्णिमा कहा जाता है और इस साल यह व्रत 12 फरवरी, बुधवार को रखा जाएगा। इस दिन का विशेष महत्व है, खासकर पवित्र नदियों में स्नान और दान करने का। मान्यता है कि माघ पूर्णिमा के दिन देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और अपने आशीर्वाद से भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इस दिन चंद्रमा की पूजा का भी महत्व है, और ग्रहों की शुभता के लिए विभिन्न चीजों का दान करना फलदायी माना जाता है।
ग्रहों की शुभता के लिए दान:
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सूर्य: सूर्य के कारण यश में कमी हो सकती है। इसके निवारण के लिए गेहूं और गुड़ का दान करना शुभ माना जाता है।
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चंद्रमा: चंद्रमा की स्थिति से मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकता है। इससे मुक्ति पाने के लिए जल, मिसरी और दूध का दान करना चाहिए।
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मंगल: मंगल दोष के कारण आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस दिन मसूर दाल का दान करना मंगल दोष को शांत करने के लिए लाभकारी होता है।
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बुध: बुध ग्रह की स्थिति से बुद्धि और ज्ञान में कमी हो सकती है। इसके लिए आंवला और हरी सब्जियों का दान करना बुद्धि की वृद्धि और शुभता के लिए लाभकारी होता है।
इन दान विधियों को अपनाकर व्यक्ति अपने जीवन में ग्रहों की शुभता को बढ़ा सकता है और माघ पूर्णिमा के दिन अधिक लाभ प्राप्त कर सकता है।