रामपुर: जर्जर बिजली के खंभों का मामला, निगम की अनदेखी से बढ़ रही खतरे की संभावना

यह कैसा बिजनेस प्लान, जहां लोगों की जान खतरे में है

रामपुर: विद्युत निगम का यह कैसा बिजनेस प्लान है, जिसमें शहर के अधिकांश मोहल्लों में जंग लगे बिजली के खंभे खड़े हैं। इन खंभों पर 11 हजार वोल्ट की लाइन भी चल रही है, जो जमीनी सतह से पूरी तरह से गल चुकी है। हालांकि इस गंभीर स्थिति के बावजूद निगम के अधिकारियों की तरफ से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके बावजूद निगम यह दावा कर रहा है कि प्लान के तहत किए गए कार्य 90 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुके हैं।

केंद्र सरकार की ओर से जनपद में बिजली सुधार कार्य के लिए 100 करोड़ रुपये की लागत से कार्य किए जा रहे हैं। इनमें 11 हजार वोल्ट की जर्जर लाइन को बदलने, पुराने खंभों को बदलने, ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाने, उपकेंद्रों की क्षमता में वृद्धि और अन्य उपकरणों को बदलने जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं।

रामपुर के डूंगरपुर बिजलीघर के मोहल्ला टंकी नंबर 5 में दीवार के बराबर से एक जर्जर खंभा खड़ा है, जो नीचे से पूरी तरह से गल चुका है। इसी तरह, जेल रोड पर स्थित लाल लैब के पास भी एक जर्जर खंभा खड़ा है। शाहबाद गेट के बिजलीघर के मोहल्ला इमली बतनिया में भी जर्जर खंभे पर 11 हजार वोल्ट की लाइन चल रही है।

ऑल इंडिया विकलांग सेवा संगठन के राष्ट्रीय महासचिव सिफात अली खां का कहना है कि एक ओर जहां विद्युत निगम के अधिकारी यह दावा कर रहे हैं कि जर्जर खंभे बदल दिए गए हैं, वहीं जेल रोड स्थित हाथे वाली गली के सामने एक पैथोलॉजी लैब के पास जर्जर खंभा खड़ा है। कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि विद्युत निगम का यह कैसा बिजनेस प्लान है, जिसमें लोगों की जान खतरे में है। ऐसे में निगम के उच्च अधिकारियों से मांग है कि इन खंभों को जल्द से जल्द बदलवाया जाए, ताकि भविष्य में कोई अप्रिय घटना न हो।

अधीक्षण अभियंता महफूज आलम ने कहा कि वर्ष 2024-25 के बिजनेस प्लान में इन खंभों को बदलने का काम शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 के बिजनेस प्लान के तहत 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।

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