भगवान शिव का आशीर्वाद: 7 मुखी रुद्राक्ष के लाभ

हिंदू धर्म के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसू से हुई है, और इसे भोलेनाथ का आशीर्वाद माना जाता है। रुद्राक्ष का वर्णन शिव महापुराण में भी मिलता है, जहां इसे भगवान शिव का प्रिय आभूषण बताया गया है, और यह दैवीय गुणों से परिपूर्ण माना जाता है।

रुद्राक्ष के प्रकार
रुद्राक्ष 1 से लेकर 21 मुखी तक होते हैं, और प्रत्येक का अपना विशेष महत्व होता है। हालांकि, शिव महापुराण के अनुसार रुद्राक्ष केवल 16 मुखी तक होते हैं। रुद्राक्ष को धारण करने के कुछ विशेष नियम भी होते हैं।

7 मुखी रुद्र्राक्ष
आज हम 7 मुखी रुद्राक्ष के बारे में जानेंगे। कहा जाता है कि 7 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति को करियर और व्यापार के क्षेत्र में सफलता मिलती है। इसके अलावा, यह धन से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने में भी मदद करता है।

खुलते हैं तरक्की के रास्ते
अगर आप करियर और व्यापार में सफलता चाहते हैं, तो 7 मुखी रुद्राक्ष का धारण करना शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस रुद्राक्ष के धारण से करियर में सफलता मिलती है, और व्यापार में मुनाफा प्राप्त होता है।

मां लक्ष्मी का आशीर्वाद
शास्त्रों के अनुसार, 7 मुखी रुद्राक्ष में मां लक्ष्मी का वास होता है। इसे धारण करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपनी कृपा से धन की वर्षा करती हैं।

आर्थिक संकट से मुक्ति
7 मुखी रुद्राक्ष के धारण से व्यक्ति को आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है। इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले जातक को कभी भी पैसों की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है, और जीवन में स्थिरता आती है।

शनि दोष से मुक्ति
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 7 मुखी रुद्राक्ष का संबंध शनि ग्रह से भी होता है। यदि किसी की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है, तो उनके लिए यह रुद्राक्ष धारण करना अत्यधिक शुभ होता है।

धन और ऐश्वर्य में वृद्धि
7 मुखी रुद्राक्ष के धारण से व्यक्ति के जीवन में धन और ऐश्वर्य में वृद्धि होती है, और गुप्त धन की प्राप्ति होती है। इसे विशेष रूप से धन प्राप्ति के लिए शुभ माना जाता है।

रुद्राक्ष धारण का सही समय
रुद्राक्ष धारण करने का सबसे शुभ समय सावन का महीना होता है। इसके अलावा, मासिक शिवरात्रि, महाशिवरात्रि और सोमवार के दिन भी रुद्राक्ष धारण किया जा सकता है। रुद्राक्ष धारण करने से पहले किसी ज्योतिष या पंडित से सलाह लेना जरूरी होता है।

रुद्राक्ष धारण करने का तरीका
रुद्राक्ष को धारण करने से पहले एक कटोरी में दूध, दही, शहद, घी और शक्कर मिलाकर मिश्रण तैयार करें। फिर रुद्राक्ष को इस मिश्रण में डुबोकर जल से स्वच्छ करें और भगवान शिव के चरणों में रख दें। इसके बाद “ऊं नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें और फिर रुद्राक्ष को धारण करें।

डिस्क्लेमर:
यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं। इसके लिए किसी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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