ग़ुस्ताखी माफ़ हरियाणा -पवन कुमार बंसल
दरअसल महाकुंभ 1989 में जब हुआ था तब इलाहाबाद के पुलिस अधीक्षक विभूति नारायण राय थे और मुख्यमंत्री थे नारायण दत्त तिवारी।
पुलिस अधीक्षक विभूति नारायण राय ने अभी एक टेलीविजन पर कहा कि उनके ऊपर उत्तर प्रदेश के तमाम मंत्रियों का दबाव था कि उनके स्नान की VIP व्यवस्था की जाए।
विभूति नारायण राय और तत्कालीन जिलाधिकारी ने तुरंत मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी को फोन किया और इस संदर्भ में बात कि हम जनता को सुविधा प्रदान करने में लगे हुए हैं, VIP प्रोटोकॉल से अव्यवस्था फैलेगी।
मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि कुंभ में कोई भी मंत्री निजी तौर पर जा सकता है ,उसे सरकारी प्रोटोकॉल नहीं मिलेगा।
विभूति नारायण राय के अनुसार सारे मंत्री बिना प्रोटोकॉल के निजी तौर पर चुपचाप आए और कुंभ संगम में स्नान करके चले गए।
मगर वह दौर और था …
ये दौर और है ,,,