अलवर: अलवर की मिट्टी से निकली एक महान शख्सियत, जगराम पहलवान, जिन्होंने अपने अद्वितीय योगदान से अलवर को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। उनका नाम ही उनकी सोच को दर्शाता है – ‘जग’ अर्थात संसार, और उनका ध्येय सिर्फ जगत कल्याण, राष्ट्र कल्याण और अलवर कल्याण ही है।
युवाओं को संवारने का मिशन
जगराम पहलवान ने महान सिख गुरु श्री गोविंद सिंह जी के प्रेरणादायक शब्द –
“चिड़ियों से मैं बाज लड़ाऊँ, गीदड़ों को मैं शेर बनाऊँ,
सवा लाख से एक लड़ाऊँ, तभी गोविंद सिंह नाम कहाऊँ” – को अपने जीवन का मंत्र बना लिया।
उनके जोशीले शब्द और अटूट संकल्प ने अब तक असंख्य युवाओं में साहस, जोश और आत्मविश्वास भरने का काम किया है। वे युवाओं को पिता जैसी कठोरता और माता जैसी ममता देकर तैयार करते हैं, ताकि वे निडर होकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें।
मिशन डिफेंस एकेडमी: देश के वीर सपूतों की तैयारी
जगराम पहलवान ने मिशन डिफेंस एकेडमी की स्थापना की, जिसका मुख्यालय अलवर के स्टेशन रोड पर स्थित है। इस एकेडमी के माध्यम से उन्होंने अलवर, राजस्थान, हरियाणा और यूपी के लाखों युवाओं को भारतीय सेना और पुलिस सेवाओं में भेजने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।
देशभक्ति और मिट्टी से प्रेम
इनके स्वभाव में देशप्रेम, सनातन संस्कृति से लगाव और अपनी मिट्टी के प्रति अटूट प्रेम के अतिरिक्त कुछ भी नहीं मिलेगा। वे सदैव युवाओं को अनुशासन, परिश्रम और देशसेवा के लिए प्रेरित करते हैं।
अखिल भारतीय कुश्ती दंगल का आयोजन
जगराम पहलवान अगले महीने अलवर में एक भव्य अखिल भारतीय कुश्ती दंगल का आयोजन करने जा रहे हैं। इस आयोजन में देशभर के नामी पहलवान भाग लेंगे, जिससे अलवर के खेल प्रेमियों को कुश्ती का अद्भुत अनुभव मिलेगा।
उनका यह प्रयास भारतीय पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं को प्रेरित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अलवर की जनता को इस ऐतिहासिक आयोजन का बेसब्री से इंतजार है।““`