अलवर: भारतीय सेना ने केंद्रीय विद्यालय नंबर 1 के खेल मैदान में ‘नो योर आर्मी मेला’ का आयोजन किया। इस विशेष आयोजन में सैन्य उत्कृष्टता का प्रदर्शन करते हुए युवाओं और नागरिकों को सेना के योगदान और जिम्मेदारियों से अवगत कराया गया।
मेले की मुख्य आकर्षण
सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन: सेना ने टैंक, हथियार और अन्य सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया, जिससे लोग सेना की ताकत और क्षमताओं को नजदीक से समझ सके।
सेल्फी पॉइंट्स: सेना द्वारा बनाए गए सेल्फी पॉइंट्स ने युवाओं को आकर्षित किया।
डॉग शो और मार्शल आर्ट्स प्रदर्शन: एसएसबी द्वारा डॉग शो और रानी लक्ष्मीबाई मार्शल आर्ट्स एकेडमी ने सेल्फ डिफेंस के टेक्निक्स और लाठी के प्रदर्शन के माध्यम से युवाओं को प्रेरित किया।
सेना के साहस और बलिदान को श्रद्धांजलि: कार्यक्रम के माध्यम से बहादुर सैनिकों के बलिदान और साहस को सम्मानित किया गया।
आयोजन का उद्देश्य
इस मेले का उद्देश्य भारतीय सेना की भूमिका और राष्ट्रीय सुरक्षा में उसके योगदान को जन-जन तक पहुंचाना और युवाओं को सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करना था।
प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में वन एवं पर्यावरण केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, अलवर जिला कलेक्टर डॉ. अर्तिका शुक्ला, पुलिस अधीक्षक संजीव सैन, मेजर जनरल दिगेंद्र प्रताप सिंह, कमांडिंग ऑफिसर राज सिंह दुहन (सेना मेडल) और रिटायर्ड कर्नल राजकुमार नेहरा सहित बड़ी संख्या में विभिन्न स्कूलों के बच्चे और उनके अभिभावक मौजूद रहे।
समापन
‘नो योर आर्मी मेला’ ने युवाओं में सेना के प्रति जागरूकता और देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित किया। इस आयोजन ने सेना के अद्वितीय योगदान को समझने और राष्ट्र की सेवा के प्रति समर्पण का संदेश दिया।