Jharkhand: समाचार पत्रों ने न्यूज़ प्रिंट पर से जीएसटी हटाने की मांग, नई दिल्ली में फरवरी में होगा राष्ट्रीय सम्मेलन

रांची: देश के समाचार पत्र उद्योग के समक्ष गहराते संकट और मौजूदा समस्याओं के समाधान के लिए नवगठित अखिल भारतीय समाचार पत्र प्रकाशक-संपादक संघ की महत्वपूर्ण बैठक आज रांची प्रेस क्लब में आयोजित हुई। बैठक में अखबारी कागज (न्यूज़ प्रिंट) को पूरी तरह से जीएसटी मुक्त करने की मांग की गई। संघ ने निर्णय लिया कि फरवरी में नई दिल्ली में एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जहां केंद्र सरकार से इस समस्या के समाधान का आग्रह किया जाएगा।

प्रमुख मुद्दे और मांगें
बैठक में उपस्थित बिहार, झारखंड, नई दिल्ली समेत विभिन्न राज्यों के समाचार पत्र प्रकाशकों और संपादकों ने सामूहिक रूप से कहा कि:

न्यूज़ प्रिंट पर जीएसटी हटाना: अखबारी कागज पर लगने वाले जीएसटी को तुरंत हटाने की मांग।
विज्ञापनों पर जीएसटी खत्म करना: प्रिंट मीडिया के विज्ञापनों पर जीएसटी समाप्त करने की आवश्यकता।
विज्ञापन दर संशोधन: डीएवीपी (अब केंद्रीय संचार ब्यूरो) द्वारा विज्ञापन दर पिछले 6 वर्षों से संशोधित नहीं की गई है।
नई पॉलिसी की समीक्षा: प्रसार जांच की नई पॉलिसी को स्थगित करने और इसकी समीक्षा के लिए एक आयोग का गठन।
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर खतरा
बैठक में चर्चा हुई कि हिंदी समेत सभी भाषाई अखबारों के समक्ष अस्तित्व का संकट गहराता जा रहा है। यदि समय रहते समस्या का समाधान नहीं किया गया तो:

देशभर में समाचार पत्र बंद होने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
इससे लगभग 1 करोड़ परिवार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होंगे।
पत्रकार, हॉकर, एजेंट समेत लाखों लोग बेरोजगार हो सकते हैं।
देश की अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र पर गहरा प्रभाव पड़ेगा।
राष्ट्रीय सम्मेलन की तैयारी
संघ ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि आगामी 10 फरवरी को नई दिल्ली में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया या कांस्टीट्यूशन क्लब में एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में:

प्रधानमंत्री, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव, सूचना एवं प्रसारण सचिव, केंद्रीय संचार ब्यूरो और प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो के महानिदेशक समेत संबंधित अधिकारियों से मिलकर समस्याओं पर चर्चा की जाएगी।
प्रकाशकों और संपादकों की अपील
बैठक में शामिल प्रतिनिधियों ने कहा कि अगर न्यूज़ प्रिंट और अन्य सामग्री पर जीएसटी को हटाकर राहत नहीं दी गई, तो अखबार प्रकाशन असंभव हो जाएगा।

बैठक में मौजूद प्रमुख व्यक्ति
इस बैठक में कमल किशोर, रजत गुप्ता, अशोक कुमार, प्रेम शंकर, विनय कुमार, राहुल सिंह, संपूर्णानंद भारती, सौरभ सिंह, मधुकर सिंह, संतोष पाठक समेत बड़ी संख्या में प्रकाशक और संपादक उपस्थित थे।

संघ ने सरकार से तुरंत कदम उठाने की अपील की, ताकि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ सुरक्षित रहे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.