बदायूँ: फ्लोरेंस नाइटिंगेल पब्लिक स्कूल में 43वें वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी महोदया निधि श्रीवास्तव ने फीता काटकर और दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
डीएम ने अनुशासन और मेहनत का महत्व बताया
समारोह के उद्घाटन के दौरान जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने छात्रों को अनुशासन और कड़ी मेहनत का महत्व बताया। उनके प्रेरक शब्दों ने सभी को प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छे नागरिक बनाने की जिम्मेदारी विद्यालय और अभिभावकों दोनों की होती है। साथ ही, उन्होंने बच्चों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में बच्चों की विविध प्रस्तुतियाँ
माँ सरस्वती पूजन के बाद छात्रों ने गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम का आरंभ किया। विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए संदेश दिए। इन कार्यक्रमों में नशा मुक्ति, सोशल मीडिया का प्रभाव, अभिभावकों की भूमिका और देशप्रेम से संबंधित नृत्य ‘देश रंगीला’ ने विशेष ध्यान आकर्षित किया।
विशिष्ट अतिथियों के प्रेरक शब्द
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि साक्षी तोमर ने बच्चों की प्रशंसा करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के मानसिक विकास के लिए ऐसे कार्यक्रम आवश्यक हैं। विद्यालय की संस्थापिका सरला स्वरूप ने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना की और उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे ऊर्जा से भरे हुए हैं, और उन्हें अपनी ऊर्जा सकारात्मक कार्यों में लगानी चाहिए।
वार्षिक रिपोर्ट और पुरस्कार वितरण
विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट फाइजा वसीम ने प्रस्तुत की, जिसमें विद्यालय की शैक्षिक और सह शैक्षिक उपलब्धियों को रेखांकित किया गया। छात्र-छात्राओं के वर्ष भर के मूल्यांकन के आधार पर उन्हें विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया।
प्रधानाचार्य का प्रेरणादायक संदेश
प्रधानाचार्य नवनीत कुमार सिंह ने कहा कि हर बच्चे में किसी न किसी प्रकार की छिपी हुई प्रतिभा होती है, और विद्यालय का कार्य है उसे ढूंढकर निखारना। इस प्रक्रिया में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है।
कार्यक्रम की सफलता में सहयोग
कार्यक्रम को सफल बनाने में संदीप भदौरिया, एस के दास, राजकुमार, अरुण कुमार, वाचस्पति, यश परमार, आनंद मोहन, पंकज जुनेजा, आकाश, प्रियंका गुप्ता, रीना यादव, गुल्फिशा नकवी और समस्त स्टाफ का विशेष सहयोग रहा। इस आयोजन ने विद्यालय की साख और गरिमा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
समापन और राष्ट्रगान
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस आयोजन ने छात्रों की प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया और उनमें आत्मविश्वास और प्रेरणा का संचार किया।