सटीपी मिर्जापुर का निगम कमिश्नर ए मोना श्रीनिवास ने किया औचक निरीक्षण

एसटीपी प्लांट की व्यवस्थाएं मिली दुरुस्त, ट्रीट पानी से हो सकती है सिंचाई

फरीदाबाद। निगमायुक्त ए मोना श्रीनिवास ने आज मिर्जापुर एसटीपी प्लांट का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि एसटीपी प्लांट की मशीनरी में कोई कमी नहीं आनी चाहिए और समय-समय पर इसका निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए।

निगमायुक्त ने अमृत प्रोजेक्ट के तहत बने इस मिर्जापुर प्लांट की लैब का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्लांट की व्यवस्थाएं और साफ-सफाई पूरी तरह दुरुस्त पाई गई। यह एसटीपी प्लांट ओल्ड फरीदाबाद और बल्लभगढ़ क्षेत्र से लगभग 80 एमएलडी गंदा पानी ट्रीट करता है। ट्रीटमेंट के बाद यह पानी सिंचाई विभाग के रजवाहे में भेजा जाता है, जो सिंचाई के लिए उपयोगी होता है।

सफाई और रखरखाव पर विशेष जोर
निगमायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्लांट की साफ-सफाई और मशीनरी का रखरखाव नियमित रूप से किया जाए। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस प्लांट का सही संचालन क्षेत्र की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए बेहद जरूरी है।

अधिकारियों की उपस्थिति
निरीक्षण के दौरान एडिशनल कमिश्नर गौरव आंतिल, एक्सईएन पदम भूषण और अनिल मेहता भी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर प्लांट की कार्यप्रणाली और इसके संचालन को बेहतर बनाए रखने के लिए चर्चा की।

प्लांट का महत्व
यह एसटीपी प्लांट न केवल गंदे पानी को साफ कर पर्यावरण संरक्षण में मदद करता है, बल्कि ट्रीट किए गए पानी का उपयोग कृषि क्षेत्र में सिंचाई के लिए भी किया जा सकता है। इससे जल संरक्षण को भी बढ़ावा मिलता है।

निगमायुक्त के इस निरीक्षण से यह स्पष्ट है कि प्रशासन क्षेत्र में स्वच्छता और जल प्रबंधन को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है।

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