पिछले कुछ सालों में गोल्ड लोन का बाजार तेजी से बढ़ा है। 2024 में गोल्ड लोन में साल दर साल 56% की ग्रोथ देखी गई, जो होम लोन की 18% ग्रोथ से कहीं ज्यादा है। बैंकबाजार की रिपोर्ट के अनुसार, रिटेल लोन सेगमेंट में गोल्ड लोन सबसे तेजी से बढ़ने वाला विकल्प बन गया है।
गोल्ड लोन: आसान, सुरक्षित और सुविधाजनक
गोल्ड लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे पाना आसान है और यह एक सिक्योर्ड लोन है। इसके लिए क्रेडिट हिस्ट्री की जरूरत नहीं होती। लोग इसे कम ब्याज दर और कम रिस्क वाले विकल्प के रूप में देख रहे हैं। यही वजह है कि गोल्ड लोन ने इनसिक्योर्ड लोन और होम लोन को पीछे छोड़ दिया है।
छोटे व्यवसायों के लिए वरदान
मुथूट फायनेंस के मैनेजमेंट डायरेक्टर जॉर्ज अलेक्जेंडर मुथूट के अनुसार, गोल्ड लोन छोटे व्यवसाय शुरू करने वाले लोगों के लिए एक अहम फाइनेंशियल टूल बन चुका है। एमएसएमई सेक्टर और छोटे उद्यमी इसका भरपूर लाभ उठा रहे हैं। यह फाइनेंशियल गतिविधियों को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।
आरबीआई की पहल और बाजार का भरोसा
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सुरक्षित लोन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे गोल्ड लोन मार्केट में ट्रस्ट बढ़ा है। इन प्रयासों ने गोल्ड लोन को उधार लेने वालों की पहली पसंद बना दिया है।
गोल्ड लोन का बाजार: भविष्य की तस्वीर
2024 में मुथूट फाइनेंस ने अपने कॉन्सोलिडेटेड लोन एसेट्स में 1 लाख करोड़ रुपए की रिपोर्ट की, जबकि दूसरी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 21% बढ़कर 1,321 करोड़ रुपए हो गया। ICRA के अनुमान के मुताबिक, गोल्ड लोन मार्केट 2027 तक 15 लाख करोड़ रुपए का हो सकता है।
क्यों बढ़ रहा है गोल्ड लोन का आकर्षण?
1.कम ब्याज दरें: अन्य लोन की तुलना में यह सस्ता विकल्प है।
2. सिक्योर्ड लोन: सोने की गारंटी होने से यह सुरक्षित है।
3. डॉक्यूमेंटेशन में आसानी: इसे लेने के लिए कम कागजी कार्रवाई की जरूरत होती है।
4. तेजी से मंजूरी: लोन तुरंत अप्रूव हो जाता है।
गौरतलब है कि गोल्ड लोन अब सिर्फ एक वित्तीय विकल्प नहीं है, बल्कि यह लोगों के लिए उनके सपनों को साकार करने का साधन बन गया है। बढ़ते बाजार और सरकार की नीतियों से यह सेगमेंट और मजबूत होने की उम्मीद है।