कुमारी सैलजा का भाजपा पर हमला, परीक्षा फॉर्म पर 18% जीएसटी युवाओं के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा
जिनकी नीयत युवाओं को रोजगार देने की नहीं, वे अब परीक्षा फॉर्म पर भी टैक्स वसूल रहे हैं: कुमारी सैलजा
चंडीगढ़: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने भाजपा और केंद्र सरकार पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा परीक्षा फॉर्म पर 18% जीएसटी वसूलने के फैसले को लेकर कहा कि भाजपा सरकार युवाओं को नौकरी देने में नाकाम रही है, लेकिन परीक्षा फॉर्म पर 18% जीएसटी वसूलकर वे युवाओं के जख्मों पर नमक जरूर छिड़क रही है।
कुमारी सैलजा का आरोप: सरकार ने युवाओं की उम्मीदों पर कुठाराघात किया
कुमारी सैलजा ने कहा, “जो सरकार कफन पर भी जीएसटी वसूलने में संकोच नहीं करती, उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है?” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार युवाओं की समस्याओं को समझने के बजाय उनके लिए परीक्षा फॉर्म को एक नया राजस्व स्रोत बनाने में लगी हुई है। कुमारी सैलजा ने कहा कि यह सरकार युवाओं के भविष्य की कोई चिंता नहीं करती, जबकि युवा ही देश का भविष्य हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हर परीक्षा में पेपर लीक होने की घटनाएं भाजपा सरकार की लापरवाही को उजागर करती हैं।
भाजपा सरकार ने गरीब माता-पिता के सपनों को किया बेकार
कुमारी सैलजा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने उन गरीब माता-पिता के सपनों को आय का साधन बना दिया है, जो अपने बच्चों को परीक्षा की तैयारी कराने के लिए एक-एक पैसा बचाते थे। उन्होंने कहा, “भाजपा ने वायदा करके भी युवाओं को रोजगार नहीं दिया, लेकिन अब परीक्षा फॉर्म पर 18% जीएसटी लगाकर उनके घावों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है।”
अग्निवीर योजना और सरकारी नौकरी की भर्ती में गड़बड़ी
सैलजा ने भाजपा की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि अग्निवीर योजना के तहत भी परीक्षा फॉर्म पर जीएसटी वसूला जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को नौकरी देने में विफल रही है और नौकरी की भर्ती के लिए हमेशा कोई न कोई बहाना तलाशती रहती है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में लगभग 10 लाख सरकारी पद खाली पड़े हुए हैं, और सेना में भर्ती प्रक्रिया ‘अग्निपथ’ योजना के कारण संकट में है।
भा.ज.पा की नीति में जातिगत भेदभाव: ओबीसी, एससी, एसटी छात्रों से भी पूरा जीएसटी
कुमारी सैलजा ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ओबीसी, एससी, एसटी और ईडब्ल्यूएस वर्ग के छात्रों से भी परीक्षा शुल्क के रूप में पूरा 18% जीएसटी वसूल रही है, जबकि सामान्य स्थिति में इन वर्गों के लिए परीक्षा शुल्क कम होता है। उन्होंने भाजपा से अपील की कि अगर सरकार वास्तव में युवाओं के हित में काम करना चाहती है, तो उसे परीक्षा फॉर्म पर लागू जीएसटी को समाप्त करना चाहिए।
कांग्रेस का स्पष्ट संदेश: युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं सहा जाएगा
कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से युवाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करती आई है और भाजपा द्वारा परीक्षा फॉर्म पर जीएसटी लगाने का यह कदम युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। कांग्रेस इस फैसले के खिलाफ आवाज उठाती रहेगी और युवाओं के हित में लड़ाई जारी रखेगी।