रामबिलास शर्मा ,राव नरबीर और मनोहर लाल की तिगड़ी ने वाजपेयी के आशीर्वाद से बंसी लाल की सरकार गिरा दी थी..
गुस्ताख़ी माफ़ हरियाणा-पवन कुमार बंसल.
हरियाणा की राजनीति, संस्कृति और राजनीति पर मेरी आने वाली किताब “हरियाणा की राजनीति” से कुछ अंश..
हरियाणा सरकार अटल बिहारी वाजपेई की याद में सुशासन दिवस मना रहीं हैं लेकिन वाजपेई के आशीर्वाद से तख्तापलट कर दिया था बंसीलाल के नेतृत्व वाली एचवीपी और भाजपा गठबंधन सरकार का पच्चीस साल पहले हरियाणा विकास पार्टी के बंसीलाल भाजपा के साथ सरकार गठबंधन का नेतृत्व कर रहे थे। उन्हें लालकृष्ण अडवाणी और सुषमा स्वराज का आशीर्वाद प्राप्त था।
लेकिन भाजपा के तत्कालीन संगठन सचिव मनोहर लाल और मंत्री राव नरबीर और रामबिलाश शर्मा बंसीलाल से निजी करण से खुश नहीं थे। इसलिए उन्होंने तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के आशीर्वाद से सरकार को गिराने की योजना बनाई। शर्मनाक बात यह है कि सरकार तब गिराई गई जब कारगिल युद्ध में हरियाणा के जवान अपने प्राणों की आहुति दे रहे थे, राव नरबीर सिंह इस बात से नाराज थे कि बंसीलाल ने उनसे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग छीन लिया था, क्योंकि खबरें थीं कि उन्होंने फाइल पर आपत्तियों के बावजूद पर्यावरण मानदंडों के खिलाफ एनसीआर में दो दर्जन ईंट भट्ठों को लाइसेंस जारी किए थे। तत्कालीन डीसी रोहतक टीवीएसएन प्रसाद के एतराज के बाद i मनोहर लाल बंसी लाल से नाखुश थे क्योंकि उनके अनुसार उन्हें उचित महत्व नहीं दिया जा रहा था। और एक संत जो बलात्कार के आरोप में जेल में हैं भविष्यवाणी की थी कि रामबिलाश शर्मा सीएम होंगे।
मनोहर लाल ने बीजेपी कोटे से मंत्रियों की बैठक की और उन्हें बताया गया कि हमें सत्ता में उचित हिस्सेदारी नहीं मिल रही है। मनोहर लाल के नेतृत्व में मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल बंसी लाल से मिला और शिकायत की पार्टी और सरकार के बीच समन्वय की कमी। बंसी लाल ने मनोहर लाल से पूछा कि वह कौन हैं और जब उन्होंने संगठन सचिव बताया तो बंसी लाल ने कथित तौर पर उनसे कहा कि मेरे बजाय मेरी पार्टी के संगठन सचिव से बात करें। बाकी इतिहास है और सरकार गिरा दी गई.i मनोहर लाल ने दाढ़ी बड़ा ली और शपथ ली सरकार गिराने पर ही कटवाऊँ गादल