सर्दी-खांसी हो सकती है वॉकिंग निमोनिया का संकेत, जानें इसके लक्षण और बचाव

सर्दी और खांसी को अक्सर मौसम बदलने के साथ सामान्य समस्या माना जाता है, लेकिन लंबे समय तक बनी रहने वाली खांसी और सर्दी वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia) का संकेत हो सकती है। इसे मेडिकल भाषा में एटिपिकल निमोनिया कहा जाता है। यह निमोनिया का हल्का रूप है, जिसमें व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती।

क्या है वॉकिंग निमोनिया?
वॉकिंग निमोनिया आमतौर पर माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया, क्लैमाइडोफिला न्यूमोनिया या वायरस जैसे बैक्टीरिया के कारण होता है। यह धीरे-धीरे विकसित होता है और आम निमोनिया की तुलना में कम गंभीर होता है। मरीज सामान्य दिनचर्या जारी रख सकता है, इसी कारण इसे “वॉकिंग निमोनिया” कहा जाता है।

वॉकिंग निमोनिया के लक्षण
वॉकिंग निमोनिया के लक्षण सूक्ष्म होते हैं और सामान्य सर्दी या फ्लू जैसे लग सकते हैं।

इसके प्रमुख लक्षण हैं:

  1. लगातार खांसी: सूखी खांसी जो हफ्तों तक बनी रहती है, रात के समय अधिक बढ़ सकती है।
  2. थकान: सामान्य कामकाज में थकान का अनुभव होना।
  3. हल्का बुखार और ठंड लगना: लो ग्रेड फीवर (102°F से कम) के साथ ठंड महसूस होना।
  4. सीने में दर्द: खांसते समय या गहरी सांस लेते समय सीने में हल्की तकलीफ।
  5. सांस लेने में कठिनाई: शारीरिक गतिविधियों के दौरान सांस फूलने की समस्या।
  6. सिरदर्द और गले में खराश: वॉकिंग निमोनिया में सिरदर्द और गले में खराश भी हो सकती है।

कब डॉक्टर से संपर्क करें?
यदि सर्दी-खांसी के लक्षण हफ्तों तक बने रहते हैं और घरेलू उपचार से ठीक नहीं होते, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। वॉकिंग निमोनिया के लक्षणों को नजरअंदाज करना फेफड़ों की गंभीर समस्या का कारण बन सकता है।

बचाव के उपाय

  1. संक्रमण से बचने के लिए भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूरी बनाएं।
  2. अपने हाथों की सफाई का ध्यान रखें और मास्क का उपयोग करें।
  3. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पोषक आहार और पर्याप्त पानी पिएं।
  4. मौसम के अनुसार कपड़े पहनें और ठंड से बचाव करें।
  5. वॉकिंग निमोनिया भले ही गंभीर न हो, लेकिन इसे अनदेखा करना भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं का कारण बन सकता है। समय पर पहचान और इलाज से इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।
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