रामपुर: व्यापार मंडल के सैकड़ों पदाधिकारी और व्यापारी बुधवार को नगर पालिका पहुंचे और वहां जोरदार नारेबाजी की। व्यापारियों ने नगर पालिका अधिशासी अधिकारी दुर्गेश्वर त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपते हुए हाउस टैक्स और वाटर टैक्स में हुई भारी बढ़ोतरी का विरोध किया।
व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप अग्रवाल सोनी ने कहा, “रामपुर नगर पालिका द्वारा हाउस टैक्स और वाटर टैक्स की दरों को अत्यधिक बढ़ा दिया गया है, जो मुरादाबाद और बरेली नगर निगम से भी कई गुना ज्यादा हैं। इससे पहले भी व्यापार मंडल ने नगर पालिका से इन बढ़ी हुई दरों के बारे में अवगत कराया था, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।”
उन्होंने आगे कहा, “रामपुर की आर्थिक स्थिति पहले से ही बहुत खराब है और ऐसे में टैक्स बढ़ाना जनता पर अतिरिक्त बोझ डालने जैसा है। अगर यह स्थिति जारी रही तो यहां के व्यापारी और नागरिक पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे।”
व्यापारी नेता ने आरोप लगाया कि नगर पालिका अब घर में रहने का भी टैक्स लगाने की योजना बना रही है, जो किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर इन टैक्सों को वापस नहीं लिया गया तो रामपुर की अर्थव्यवस्था और विकास पर बुरा असर पड़ेगा, और बेरोजगारी की समस्या और गंभीर हो जाएगी।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष राजीव शर्मा, मंडल अध्यक्ष अब्दुल बासिक, प्रदेश पप्पू खान, जिलामंत्री फईम हुसैन, लघु उद्योग प्रकोष्ठ के राजू सुमन, प्रदेश युवा मंत्री तारीक रशीद, नजाकत भाई, आसिफ, अजहर अली, दिनेश, इरफान अली, गोपाल शर्मा, पवन कुमार, मसूद अहमद सिद्दीकी, कन्हैयालाल पटवा, बाबू खान सहित सैकड़ों व्यापारी और नागरिक मौजूद थे।
व्यापारी नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही टैक्स में राहत नहीं दी गई तो वे आंदोलन और संघर्ष को और तेज करेंगे।