बेसिक शिक्षा विभाग की 41वीं क्रीड़ा प्रतियोगिता का हुआ आगाज़

खेलों से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत होती है - जिलाधिकारी

बदायूँ, 28 नवम्बर। बेसिक शिक्षा विभाग की 41वीं जनपदीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता एवं शैक्षिक समारोह का शुभारंभ आज पुलिस परेड ग्राउंड में हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर और माल्यार्पण कर इस प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। इस दौरान कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, उसावा की छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इसके बाद संविलियन विद्यालय दहेमू की छात्राओं ने जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु एक नाटक प्रस्तुत किया, जिसे देखकर उपस्थित लोग मंत्रमुग्ध हो गए।

उद्घाटन समारोह में जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने कहा कि खेल बच्चों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खेल न केवल बच्चों का शारीरिक विकास करते हैं, बल्कि उनका आत्मविश्वास और व्यक्तित्व भी निर्माण करते हैं। खेलों से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना उत्पन्न होती है, जो बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।

मुख्य अतिथि जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि एसएसपी बृजेश कुमार सिंह, नगर पालिका परिषद की पूर्व अध्यक्ष दीपमाला गोयल ने ध्वजारोहण किया और कबूतरों को उड़ाकर प्रतियोगिता का औपचारिक शुभारंभ किया। इसके बाद तीन रंगों के गुब्बारे आकाश में छोड़कर तिरंगे का प्रतीक प्रस्तुत किया गया। समस्त विकास क्षेत्रों से आए प्रतिभागी छात्रों एवं शिक्षकों ने रंग-बिरंगी वेशभूषा में ट्रैक पर मार्च पास्ट किया, जिसे उपस्थित अतिथियों ने सलामी दी।

इस अवसर पर बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह, नगर शिक्षा अधिकारी प्रेम सुख गंगवार, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजीव शर्मा, जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रेमानंद शर्मा, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक दुष्यन्त रघुवंशी, महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष किरन देवी समेत कई शिक्षक संघ पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

समारोह में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह, एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव, पूर्व नगर पालिका परिषद अध्यक्ष दीपमाला गोयल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी संजीव सिंह तथा शिक्षक संघ के कई पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी ने मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का स्वागत बैज पहनाकर और पुष्प गुच्छ भेंट करके किया।

इस प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों को न केवल खेलों में उत्कृष्टता दिखाने का अवसर मिलेगा, बल्कि यह उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी सुनिश्चित करेगा।

Leave A Reply

Your email address will not be published.