अमृतसर: पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां के नेतृत्व में दरबार साहिब के प्लाजा में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक 2027 में अमृतसर साहिब की 450वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की योजना को लेकर थी। बैठक में अमृतसर शहर के विकास, रखरखाव और संरक्षण के विषयों पर चर्चा की गई।
कुलतार सिंह संधवां ने इस अवसर पर कहा कि अमृतसर शहर की स्थापना श्री गुरु रामदास जी ने की थी और 2027 में इस ऐतिहासिक शहर की 450वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी। इस विशेष अवसर को यादगार बनाने के लिए सरकार बड़े पैमाने पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन करेगी। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम को लेकर आज उनकी पहली बैठक हुई, जिसमें विभिन्न संगठनों और प्रतिनिधियों ने अपने-अपने प्रस्ताव प्रस्तुत किए।
संधवां ने कहा कि अमृतसर में ट्रैफिक जाम, बिजली की तारों की समस्या, और शहर की सफाई जैसी कई चुनौतियाँ हैं, जिन्हें हल करने के लिए विचार-विमर्श किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में इस मुद्दे पर विभिन्न संगठनों और प्रतिनिधियों से लगातार विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके अलावा, हर दो महीने में एक बैठक आयोजित की जाएगी, ताकि इन समस्याओं का स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
संधवां ने कहा, “अमृतसर शहर की भलाई के लिए सभी मुद्दों पर निरंतर काम किया जाएगा, ताकि 2027 में होने वाली 450वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम को सफल और स्मरणीय बनाया जा सके।”
दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर गुरसिख युवक को कृपाण पहनने से रोकना दुर्भाग्यपूर्ण
बैठक के दौरान कुलतार सिंह संधवां ने दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर एक गुरसिख युवक को कृपाण पहनने से रोकने की घटना को लेकर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि इस तरह के घटनाएँ समाज में एकता और भाईचारे के माहौल को प्रभावित करती हैं। संधवां ने कहा, “गुरसिखों का आस्थावान पहनावा उनकी पहचान है और ऐसे कदम से धर्मनिरपेक्षता और स्वतंत्रता के मूल्यों का उल्लंघन होता है।”
इस मुद्दे पर उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ नहीं होंगी और धर्मनिरपेक्षता की भावना को प्राथमिकता दी जाएगी।
बैठक में अन्य मुद्दों पर भी चर्चा
बैठक में अमृतसर के विभिन्न विकासात्मक मुद्दों पर भी विचार किया गया। शहर के पुराने ढांचे की सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, और पर्यटन को बढ़ावा देने के उपायों पर भी चर्चा की गई। संधवां ने बताया कि आने वाले महीनों में इस मुद्दे पर कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
बैठक में विभिन्न प्रतिनिधियों और संगठनों ने अपने विचार रखे, और अमृतसर शहर के बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया।