महाकुंभ-2025 के लिए सुरक्षा और स्वच्छता परियोजनाओं का शुभारंभ, सीएम योगी ने की 237 करोड़ रुपये की योजनाओं की घोषणा
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रयागराज में महाकुंभ-2025 के आयोजन के लिए सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर 237.38 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने प्रमुख घोषणाएं करते हुए बताया कि आगामी महाकुंभ मेले में 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच छह प्रमुख स्नान होंगे।
सीएम योगी ने कहा कि इस बार मेला क्षेत्र का विस्तार किया जाएगा और इसे 4,000 हेक्टेयर तक बढ़ा दिया गया है। उन्होंने मेला क्षेत्र में बेहतर सुविधाओं का जिक्र करते हुए बताया कि इसमें 25 सेक्टर, 14 फ्लाईओवर, 12 किलोमीटर अस्थायी घाट, 550 शटल बसें और 30 प्लाटून पुलों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि गंगा नदी में किसी भी प्रकार का कूड़ा-कचरा नहीं गिरने दिया जाएगा, और इस बार महाकुंभ में डेढ़ लाख शौचालयों की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
डिजिटल मानचित्र, एलईडी, और सुरक्षा सुविधाएं:
सीएम योगी ने आगे बताया कि 67,000 एलईडी लाइट्स, 200 वॉटर एटीएम और 85 ट्यूबवेल भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा, डिजिटल कुंभ मानचित्र, सुरक्षा सुविधाएं और स्मार्टफोन के माध्यम से श्रद्धालुओं को बेहतर सहायता प्रदान की जाएगी।
महा सुरक्षा के उपाय:
महाकुंभ-2025 की तैयारियों को लेकर मंगलवार को यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी समीक्षा की थी। मेला 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा। हर 12 साल में आयोजित होने वाला यह मेला लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है, जो गंगा नदी में पवित्र डुबकी लगाने के लिए आते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित यात्रा:
डिप्टी सीएम मौर्य ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर, 2024 को महाकुंभ मेले के उद्घाटन के लिए प्रयागराज आ सकते हैं।
सुरक्षा और तकनीकी प्रगति:
उत्तर प्रदेश पुलिस महाकुंभ-2025 में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अपने सीसीटीवी सिस्टम में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और अन्य उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल करेगी। साथ ही, मेला क्षेत्र में बिजली कटौती के बावजूद 40,000 से अधिक रिचार्जेबल बल्ब लगाए जाएंगे, ताकि रोशनी सुनिश्चित की जा सके।
आपातकालीन सुरक्षा उपाय:
इसके अलावा, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के 220 विशेषज्ञ गोताखोर संगम जल में तैनात किए जाएंगे, जो तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। यह गोताखोर 700 नावों के माध्यम से 24 घंटे हाई अलर्ट पर रहेंगे। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जल पुलिस, प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) और स्वास्थ्य सेवा कर्मचारियों की टीमें महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समन्वय करेंगी।
इस प्रकार, महाकुंभ-2025 के आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने व्यापक तैयारी की है, जिससे श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधाजनक अनुभव प्रदान किया जा सके।