ग़ुस्ताखी माफ़ हरियाना – पवन कुमार बंसल
पूर्व मुख्य संसदीय सचिव और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणसिंह मान के सौजन्य से l हरियाणा का साधारण वोटर जो चुनाव से पहले भी व अब तक कांग्रेस के पक्ष में खड़ा है , सदमे में है कि आख़िर कांग्रेस की हार हुई है, वो क्यों हुई ?
जनसाधारण को लगा कि पार्टी विधानसभा में सर्वे के आधार पर जिताऊँ उम्मीदवार उतारेगी जैसा सभी नेता दावा कर रहे थे तो आराम से कांग्रेस की सरकार बन जायेगी ।पर जनता ने देखा कि सर्वे नहीं एक अंहकारी की मर्ज़ी चली ।
तो आलाकमान ने जिन लोगों को कमाण्ड दी थी वो आगे आकर यह तो बतायें कि सर्वे हुआ या नहीं हुआ या ग़लत हुआ ।
चूँकि लोकसभा चुनाव के वक्त यह नेरेटिव बना कि कांग्रेस ने बेशक देर की पर टिकट सही दी ।कुछ यही मनोदशा लोगों की विधानसभा चुनाव के समय भी थी ।
हाल के चुनाव से पहले जब यह कहा जा रहा था कि 2019 में टिकट ग़लत बटीं तो अब हुई ग़लतियों को स्वीकार करने में शर्म कैसी ?
जिनके पास टिकट बाँटने का ज़िम्मा था , ज़िम्मेवारी भी उनकी बनती है कि वे बिना घुमायें सच्चाई स्वीकार करें व हरियाणवी समाज से माफ़ी माँगें ।
लोगों कि जिस कदर भावनायें आहत हुई हैं व विश्वास टूटा है तो कुछ सन्तुष्टि देने वाला जवाब तो चाहिये ।