ककराला: जनसमस्याओं के समाधान के लिए कांग्रेस का संघर्ष जारी है। ककराला में 07 अक्टूबर से चल रहा बेमियादी धरना आज 42वें दिन भी जारी रहा। अब इस संघर्ष को और आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस ने क्रमिक अनशन शुरू करने का फैसला लिया है। कांग्रेस के प्रदेश सचिव अजीत सिंह यादव कल पहले दिन अनशन पर बैठेंगे। यह अनशन सुबह से शाम तक चलेगा और प्रतिदिन एक कांग्रेस नेता इसमें भाग लेगा।
धरने के प्रमुख मुद्दे
कांग्रेस के प्रदेश सचिव अजीत सिंह यादव ने बताया कि ककराला और आसपास के गांवों की जनता को कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उनके मुताबिक, भाजपा सरकार की बदले की राजनीति के चलते प्रशासन जनता की समस्याओं का समाधान करने में असमर्थ है। धरने में उठाए गए मुख्य मुद्दे इस प्रकार हैं:
- आधार केंद्र की स्थापना: ककराला और आसपास के दर्जनों गांवों में आधार केंद्र न होने से लोगों को बदायूं जाकर लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है।
- सड़क निर्माण: ककराला-मुहम्मद गंज और ककराला-अलापुर मार्ग की खस्ताहाल सड़कों के निर्माण की मांग।
- अस्पताल में सुविधाएं: ककराला सीएचसी में इमरजेंसी चिकित्सा बहाल करने, डॉक्टरों की चौबीस घंटे तैनाती, एक्स-रे और अन्य जांच सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग।
- शैक्षणिक संस्थान: ककराला में महिला डिग्री कॉलेज और इंटर कॉलेज की स्थापना की जरूरत।
- पुस्तकालय और रीडिंग रूम: युवाओं के लिए पुस्तकालय और रीडिंग रूम बनाने की मांग।
- पशु अस्पताल में डॉक्टरों की नियुक्ति।
कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया आरोप
अजीत सिंह यादव ने कहा कि भाजपा अपनी हार का बदला लेने के लिए प्रशासन पर दबाव बनाकर जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। ककराला और आसपास के गांवों में मेडिकल कैंप लगाना भी भाजपा के दबाव में बंद करा दिया गया।
धरने में शामिल प्रमुख लोग
धरने में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए। उपस्थित लोगों में फ़ैज़ियाब खान, डॉ. सोहराब, अनीस खान, तजम्मुल अंसारी, कामिल खान, हनीफ अब्बासी, और रौनक अली खान जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं।
आंदोलन जारी रहेगा
कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि जब तक जनता की समस्याओं का समाधान नहीं होता, यह आंदोलन जारी रहेगा। अनशन और धरने के माध्यम से प्रशासन और सरकार पर दबाव बनाकर न्याय की मांग की जाएगी।