गुरु नानक देव जी के गुरुपर्व पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में आलौकिक आतिशबाजी और दीपमाला का भव्य नजारा
सिख धर्म के संस्थापक और प्रथम पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब, अमृतसर में श्रद्धा और भक्ति से सराबोर माहौल देखने को मिला। पूरे परिसर को दीपों और रोशनी से सजाया गया, जो भक्तों के लिए एक अद्वितीय अनुभव था।
आतिशबाजी का मनमोहक नजारा
शाम को रहरास साहिब के पाठ के बाद, सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में अलौकिक आतिशबाजी का आयोजन हुआ। झील के किनारे संगत द्वारा की गई दीपमाला और आतिशबाजी का नजारा ऐसा था कि श्रद्धालु इसे अपने मोबाइल कैमरों में कैद करने से खुद को रोक नहीं पाए। श्रद्धालुओं ने इस अद्भुत दृश्य को देखकर गहरी खुशी व्यक्त की।
दीपमाला और सजावट ने मोहा मन
गुरुपर्व की शाम को सचखंड श्री हरमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब, और गुरुद्वारा बाबा अटल राय साहिब को सुंदर जलौ साहिब से सजाया गया। झील के चारों ओर दीपों की पंक्तियाँ और जगमगाती रोशनी ने पूरे वातावरण को दिव्यता से भर दिया।
ननकाना साहिब में नगर कीर्तन और दीपमाला
पाकिस्तान के ननकाना साहिब, जहां श्री गुरु नानक देव जी का जन्म स्थान है, वहां भी प्रकाश पर्व को श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। गुरुद्वारा श्री जन्म स्थान में नगर कीर्तन का आयोजन हुआ और श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर गुरु जी को श्रद्धांजलि दी।
अखंड पाठ और भक्ति का माहौल
प्रकाश पर्व के अवसर पर सुबह से ही श्री हरमंदिर साहिब के मंजी साहिब दीवान हॉल में अखंड पाठ का आयोजन हुआ। संगत ने पूरे दिन भक्ति और सेवा में हिस्सा लिया।
दुनियाभर में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया प्रकाश पर्व
श्री गुरु नानक देव जी की जयंती केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में सिख समुदाय और अन्य धर्मों के लोगों द्वारा श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। हरमंदिर साहिब की सजावट और आतिशबाजी ने इस पर्व को और भी खास बना दिया।
गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व ने श्रद्धालुओं के दिलों में नई ऊर्जा और भक्ति का संचार किया, और इस पर्व ने गुरु जी की शिक्षाओं के संदेश को पूरी दुनिया में फैलाने का काम किया।