देश की एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा अमृतधारी कर्मियों को कृपाण न ले जाने की मनाही पर शिरोमणि कमेटी ने जताई कड़ी आपत्ति
देश की एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा अमृतधारी कर्मचारियों को कृपाण पहनने पर रोक लगाने की खबरों पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने नाराज़गी जताई है। इस विषय में शिरोमणि कमेटी के सदस्य गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने बयान जारी करते हुए इसे धार्मिक अधिकारों का हनन बताया।
उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा अमृतधारी कर्मचारियों को कृपाण और गातरा पहनकर ड्यूटी करने पर प्रतिबंध लगाने की खबरें सामने आई हैं। यह मुद्दा पहले भी पायलटों और कर्मचारियों के साथ आ चुका है, लेकिन संविधान सिख धर्म के अनुयायियों को कृपाण धारण करने का अधिकार देता है। संविधान के अनुसार, छह इंच ब्लेड और नौ इंच कृपाण घरेलू उड़ानों में ले जाने की अनुमति है।
गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने आगे कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने इस मामले में उड्डयन मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी को पत्र लिखकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने इसे सिख धर्म पर हमला करार दिया और कहा कि यह सिखों की धार्मिक भावनाओं का अनादर है।
शिरोमणि कमेटी ने कहा कि सिख धर्म के प्रतीकों को रोके जाने का पुरजोर विरोध किया जाएगा, और इस तरह की घटनाओं पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।