नई दिल्ली: विवादित आबकारी नीति समाप्त किए जाने के बाद दिल्ली में आबकारी से राजस्व तेजी से बढ़ रहा है। इस वर्ष अप्रैल से अक्टूबर तक के सात महीनों में आबकारी से सरकार को 4,495 करोड़ रुपये का राजस्व मिला, जो पिछले साल की समान अवधि से 307 करोड़ रुपये अधिक है। दीवाली के दौरान शराब की बिक्री ने नया रिकॉर्ड बनाया, जिससे इस क्षेत्र में उत्साह और बढ़ा है।
दीवाली पर शराब की बिक्री का उछाल
दीवाली से पहले 15 दिनों में ही शराब की बिक्री 447 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। इस साल दीवाली पर शराब को गिफ्ट देने का चलन भी बढ़ा है, और सबसे ज्यादा बिक्री व्हिस्की की हुई है। आंकड़ों के मुताबिक, इस अवधि में 3,87,58,298 बोतलें बेची गईं, जो पिछले साल की तुलना में 1 करोड़ 18 लाख अधिक हैं।
साल के अंत तक बढ़ेगी प्रीमियम दुकानें
दिल्ली सरकार ने साल के अंत तक शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाकर 710 करने की योजना बनाई है, जिनमें से कई प्रीमियम दुकानें शॉपिंग मॉल में खोली जाएंगी। वर्ष 2021 में इसी तरह की 40 से अधिक प्रीमियम दुकानें खोली गई थीं, जिन्हें अब फिर से शुरू करने की तैयारी है।
बिक्री के आंकड़े
30 अक्तूबर को 33,80,477 बोतलें बिकीं, जिनकी कीमत 61.56 करोड़ रुपये थी।
29 अक्तूबर को 34,99,128 बोतलें बिकीं, जिनकी कीमत 38.89 करोड़ रुपये थी।
दीवाली से दो दिन पहले शराब की बिक्री 100 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 89 करोड़ और 2022 में 70 करोड़ रुपये थी।
यह उछाल तब है जब सितंबर में आबकारी विभाग के सॉफ्टवेयर में समस्याएं थीं और अक्टूबर में ई-आबकारी में बदलाव हुआ। विभाग के अनुसार, आने वाले नववर्ष पर राजस्व में और वृद्धि की उम्मीद है।