नई दिल्ली: जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर केंद्र सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने सरकार पर सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि हिंदू और मुस्लिम भाई-भाई हैं, और अगर इन्हें बांटा गया तो देश का विनाश हो जाएगा।
मदनी ने कहा कि वक्फ संपत्ति को लेकर लाए गए इस विधेयक का उद्देश्य देश के लोगों को धर्म के आधार पर बांटना और वक्फ संपत्ति पर कब्जा करना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की मजबूती हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई की एकता में है, और देश को नफरत और बंटवारे की राजनीति से नहीं चलाया जा सकता।
उन्होंने तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और जदयू को एनडीए सरकार की “बैसाखी” बताते हुए चेतावनी दी कि अगर यह विधेयक पास होता है, तो खुद को धर्मनिरपेक्ष कहने वाले ये दल इसकी जिम्मेदारी से बच नहीं पाएंगे। माना जा रहा है कि जमीयत की योजना तेदेपा और जदयू को इस मुद्दे पर साथ लाने की है, ताकि संसद में इस विधेयक को पारित होने से रोका जा सके।