उत्तर प्रदेश सरकार ने पहली बार संस्कृत के छात्र-छात्राओं को दी छात्रवृत्ति: आकाश
कलक्ट्रेट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बनारस के कार्यक्रम का हुआ सजीव प्रसारण सरकार के प्रयास में झलक रहा संस्कृत भाषा के प्रति सम्मान
रामपुर। शहर विधायक आकाश सक्सेना ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पहली बार संस्कृत के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी है। सरकार का यह प्रयास संस्कृत भाषा के प्रति सम्मान दर्शा रही है। कहा कि आगामी दिनों में सरकार संस्कृत विद्यालयों को और अधिक सशक्त बनाने के लिए कार्य करेगी।
प्रदेश सरकार ने पहली बार संस्कृत विषय के छात्र-छात्राओं के लिए छात्रवृत्ति योजना शुरू की है। इससे पहले यह व्यवस्था नहीं थी। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बनारस वर्चुअल तरीके से योजना का शुभारंभ किया। रामपुर में कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में शहर विधायक आकाश सक्सेना, राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता सैनी, मुख्य विकास अधिकारी नंदकिशोर कलाल व जिला विद्यालय निरीक्षक मुन्ने अली शामिल हुए। मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद शहर विधायक आकाश सक्सेना ने छात्र-छात्राओं को चेक प्रदान किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि संस्कृत जिस संस्कृति का आधार हो, वहां संस्कृत भाषा को ही नीची नजरों से देखा जाता था। जिसका नतीजा यह हुआ कि संस्कृत विद्यालय समाप्त होते चले गए। सिर्फ चंद विद्यालय ही बचे हैं। लेकिन, अपनी संस्कृति, संस्कार और वैदिक ज्ञान को जीवित रखना है, तो संस्कृत भाषा को सम्मान देना होगा। सरकार ने यह महसूस किया और उसी क्रम में संस्कृत भाषा को प्रोत्साहन देते हुए छात्रवृत्ति योजना शुरू की है।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि योजना के तहत दो बार छात्र-छात्राओं के खाते में छात्रवृत्ति के रूपये आएंगे। कक्षा छह व सात को प्रतिमाह 50 रूपये, कक्षा आठ के छात्र-छात्राओं को प्रतिमाह 75 रूपये, कक्षा नौ व 10 के छात्राओं को प्रति माह सौ रूपये कक्षा 11 व 12 के छात्र-छात्राओं के लिए प्रतिमाह 150 रूपये छात्रवृत्ति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार के इन प्रयासों से संस्कृत भाषा के विद्यालयों को शक्ति मिलेगी। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।