श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने एक बड़ा बयान देते हुए सुखबीर सिंह बादल को उपचुनाव के दौरान राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने की किसी भी प्रकार की छूट देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने यह बात तब कही जब शिरोमणि अकाली दल के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ के नेतृत्व में सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने आया था। प्रतिनिधिमंडल ने सुखबीर सिंह बादल को राहत देने का अनुरोध किया था।
सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने स्पष्ट किया कि “जिस व्यक्ति पर ‘तनखईया’ का आरोप होता है, वह तब तक ‘तनखईया’ बना रहता है जब तक वह श्री अकाल तख्त साहिब के समक्ष पेश होकर अपने दायित्व को पूरा नहीं कर लेता।” उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और इसे पूरी तरह से निपटाने के बाद ही कोई छूट दी जा सकती है।
ज्ञानी रघबीर सिंह ने यह भी बताया कि इस मामले में अगला फैसला दिवाली के बाद होने वाली पंज सिंह साहिबाणा की बैठक में लिया जाएगा। बैठक के बाद ही सुखबीर सिंह बादल के बारे में कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
बीबी जागीर कौर ने भी भाजपा और आम आदमी पार्टी पर एसजीपीसी के सदस्यों को खरीदने के प्रयास का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनावों के दौरान ऐसा प्रयास बार-बार होता है, और सरकारों से अपील की कि वे शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) जैसे पवित्र संगठन के मामलों में हस्तक्षेप न करें।
सिंह साहिब ने इस मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि “तनखईया” की स्थिति को पूरी प्रक्रिया के अनुसार पूरा करना जरूरी है, और इसका कोई विकल्प नहीं है।