शनिवार देर शाम हमुखपुरी में संयुक्त जन अधिकार मोर्चे की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता मोर्चे के संयोजक देवव्रत धामा ने की और संचालन तेजपाल पोसवाल ने किया। इस सभा में मोर्चे के सभी घटक संगठनों जैसे श्रमिक उत्थान ट्रस्ट, जन अधिकार मोर्चा, रेसिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन, पुरुषार्थ क्रांतिकारी संगठन आदि के कार्यकर्ताओं के साथ सैकड़ों नागरिकों ने भाग लिया।
सभा को संबोधित करते हुए देवव्रत धामा ने कहा कि सभी अधिकारी हमारी बातों से सहमत होते हुए भी मजबूत कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि मोदी समूह बहुत मजबूत है और पैसे की अपार ताकत है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार भी पूंजीपतियों के पक्ष में खड़ी है। इसीलिए, उन्होंने सभी पीड़ितों को एकजुट करने और इस आंदोलन को मजबूत करने के लिए अनिश्चितकालीन धरने की तैयारी में जुटने का आह्वान किया।
उन्होंने मोदी समूह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि यह समूह सरकारी भूमि को अपनी बताकर गलत तरीके से बेच रहा है। उन्होंने नागरिकों से कहा कि जनता अब जागरूक हो चुकी है और वे जल्द ही मोदी समूह के भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे।
बैठक में तेजपाल पोसवाल, कुलदीप सैनी, श्रमिक उत्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश कश्यप, विनोद गौतम ने मोदीपॉन कंपनी की जमीन के लिए संघर्ष के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मोदीनगर की जनता ने मोदीपॉन की भूमि का नियमितीकरण कराने में सफलता हासिल की है और बाकी कॉलोनियों का मालिकाना हक भी हासिल करने में सफल होंगे।
सभा में उपस्थित सभासदों ने धरने की तैयारी पर प्रकाश डाला। संयोजक धामा ने कानूनी लड़ाई में साथियों के योगदान की सराहना की और सभी को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया।
कानूनी कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए कैलाशनाथ तिवारी और वि के खन्ना ने बताया कि वे अदालत में मोदी समूह को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।
इस बैठक में पुनीत वर्मा, अभिषेक खन्ना, दिनुखान, अतुल त्यागी, राजेंद्र कौशिक, संतोष पाण्डेय, पूर्व सभासद पत्रकार संदीप भारद्वाज और अन्य प्रमुख नागरिक उपस्थित रहे।