अमृतसर के दुर्गियाना ग्राउंड में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की उपस्थिति में दशहरा का त्योहार मनाया गया, जहां रावण का पुतला जलाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्विच दबाकर उन्होंने रावण दहन की रस्म अदा की। हालांकि, इस कार्यक्रम के बाद भगदड़ मच गई और सीएम की सुरक्षा के लिए लगाई गई लोहे की बाउंड्री भी टूट गई। इस हादसे में कई लोगों को मामूली चोटें आईं, और एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया।
दशहरा के मौके पर बड़ी संख्या में लोग दुर्गियाना ग्राउंड में एकत्रित हुए थे, लेकिन कार्यक्रम के दौरान पुलिस प्रशासन और दुर्गियाना कमेटी द्वारा किए गए इंतजाम नाकाफी साबित हुए। सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की उचित व्यवस्था न होने के कारण भगदड़ मच गई, जिससे कई लोग घायल हो गए।
लक्ष्मीकांत चावला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के आगमन की जानकारी पहले से थी, बावजूद इसके प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले तीन दिनों से सुरक्षा व्यवस्था की जा रही थी, लेकिन रावण दहन के बाद भीड़ इतनी बढ़ गई कि उसे संभालना मुश्किल हो गया।
एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि वह हर साल अपने परिवार के साथ दशहरा देखने आता है, लेकिन इस बार सुरक्षा और अन्य इंतजामों की भारी कमी देखने को मिली। उसके बेटे को भगदड़ में चोट भी लगी। लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस बार आयोजन के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे, जिससे ऐसी स्थिति पैदा हुई।
दशहरा दहन के बाद मची इस अव्यवस्था के चलते लोगों में नाराज़गी भी देखी जा रही है।