रामपुर में यती नरसिंहानंद विवाद को लेकर कई अधिवक्ताओं ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर अपर पुलिस अधीक्षक अतुल कुमार श्रीवास्तव को एक लिखित ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को संबोधित था। अधिवक्ताओं ने ज्ञापन के माध्यम से मीडिया से मांग की कि हमारे पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी और दशहरे पर उनके पुतले का दहन करने की बात को लेकर यती नरसिंहानंद पर FIR दर्ज होनी चाहिए।
अधिवक्ताओं ने यह भी कहा कि यती नरसिंहानंद को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उसे जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए। उनका कहना था कि ऐसे लोग देश के हालातों को खराब करना चाहते हैं और देश के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
अधिवक्ता रईस अहमद ने कहा कि अपर पुलिस अधीक्षक ने कड़ी से कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है और FIR करने की बात कही है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि अगर FIR नहीं होती है, तो वे लोग सड़कों पर उतरेंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि गुस्ताखी नबी की शान में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वह यह भी स्पष्ट किया कि अगर उनके खिलाफ कुछ कहा जाता है, तो वह सहन कर सकते हैं, लेकिन नबी की शान में कोई गुस्ताखी नहीं सहेंगे।