नई दिल्ली: केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मंगलवार को बताया कि मलप्पुरम में हाल ही में निपाह संक्रमण से 24 वर्षीय युवक की मौत के बाद 126 लोगों को हाई-रिस्क श्रेणी में आइसोलेट किया गया था, जिनमें से 13 लोगों के नमूनों की जांच की गई और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
वीना जॉर्ज ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा से मुलाकात के बाद बताया कि मलप्पुरम जिले में 175 लोगों की निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा, “हमारे पिछले अनुभवों और प्रोटोकॉल के अनुसार, जब मरीज में गंभीर लक्षण होते हैं तो वायरस के एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने की उच्च संभावना होती है। सभी संदिग्धों पर न्यूनतम इनक्यूबेशन पीरियड के आधार पर निगरानी रखी जा रही है।”
मंत्री ने बताया कि अभी तक जो नमूने जांचे गए हैं, वे नेगेटिव पाए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि नड्डा ने राज्य प्रशासन को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
जॉर्ज ने बताया कि प्रोटोकॉल के अनुसार, उस घर के 3 किलोमीटर के दायरे में कई प्रतिबंध लगाए गए हैं, लोगों को इकट्ठा होने से मना किया गया है और दुकानें भी निर्धारित समय तक ही खुली रह सकती हैं। कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
मलप्पुरम के निवासी, जो बेंगलुरु से लौटे थे, की 9 सितंबर को निपाह संक्रमण से मौत हो गई थी। इससे पहले, एक लड़के की 21 जुलाई को निपाह से मृत्यु हो गई थी। यह इस साल केरल में निपाह संक्रमण का पहला पुष्ट मामला था।