रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को आप नेता मनीष सिसोदिया को जमानत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को “लोकतंत्र की जीत” और “तानाशाही और अन्याय की हार” बताया। शीर्ष अदालत ने कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार और धन शोधन के मामलों में आप नेता को जमानत दे दी, यह देखते हुए कि वह 17 महीने से हिरासत में हैं। सोरेन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “यह लोकतंत्र की जीत और अन्याय और तानाशाही की हार है।”
शीर्ष अदालत को धन्यवाद देते हुए सोरेन ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री को बधाई दी।
सोरेन ने पोस्ट किया, “उनका (सिसोदिया का) संघर्ष इतिहास बन जाएगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।”
न्यायमूर्ति बी आर गवई और के वी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि सिसोदिया 17 महीने से हिरासत में हैं और अभी तक मुकदमा शुरू नहीं हुआ है, जिससे उन्हें त्वरित सुनवाई के अधिकार से वंचित किया जा रहा है।
अब रद्द हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं के लिए सिसोदिया को 26 फरवरी, 2023 को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार किया था।