नई दिल्ली। लोकसभा ने गुरुवार को रेलवे की 7.89 लाख करोड़ रुपये की अनुदान मांगों को मंजूरी दे दी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सदन को आश्वासन दिया कि सरकार स्वचालित ट्रेन-सुरक्षा प्रणाली कवच को सही तरीके से लागू करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।
अनुदान मांगों पर बहस का जवाब देते हुए वैष्णव ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कथित तौर पर पर्याप्त कदम नहीं उठाने के लिए पिछली यूपीए सरकार की आलोचना की।
वैष्णव ने कहा, “दुर्भाग्य से, कांग्रेस के 58 साल के शासन के दौरान, 2014 तक भारतीय रेलवे पर एक किलोमीटर पर भी स्वचालित ट्रेन-सुरक्षा प्रणाली लागू नहीं की गई थी। मैं स्वीकार करता हूं कि कई प्रयोग किए गए, लेकिन इसे सफल बनाने के लिए कोई केंद्रित दृष्टिकोण नहीं था।”
उन्होंने रेलवे नेटवर्क में मानवरहित लेवल क्रॉसिंग को खत्म करने, ट्रेनों की आवाजाही के बेहतर प्रबंधन के लिए रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटर-लॉकिंग लागू करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र किया। वैष्णव ने कहा, “यूपीए और हमारी सरकार की कार्यशैली अलग है। पहले रेलवे जैसी महत्वपूर्ण प्रणाली से निपटने में कोई केंद्रित दृष्टिकोण नहीं था। अब (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी के नेतृत्व में हमारे पास एक केंद्रित दृष्टिकोण है।” रेल मंत्री ने पूरे रेलवे नेटवर्क पर कवच को लागू करने के लिए कोई समयसीमा नहीं बताई, लेकिन उल्लेख किया कि बहुत छोटे रेलवे नेटवर्क वाले छोटे देशों को स्वचालित ट्रेन-सुरक्षा प्रणाली को लागू करने में 20 साल से अधिक का समय लगा।
उन्होंने कहा, “मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि कवच को लागू करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। हम दिन-रात कड़ी मेहनत करेंगे और हर किलोमीटर पर कवच लगाने का हर संभव प्रयास करेंगे।”
वैष्णव ने विपक्षी कांग्रेस और “उसकी सोशल मीडिया ट्रोल आर्मी” पर आरोप लगाया कि वे रेलवे नेटवर्क पर हर छोटी घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं, ताकि हर रोज रेलवे नेटवर्क का इस्तेमाल करने वाले दो करोड़ से ज्यादा यात्रियों में डर की भावना पैदा हो। मंत्री ने कहा, “कांग्रेस द्वारा गलत सूचना फैलाने के प्रयास सफल नहीं होंगे।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी द्वारा अयोध्या रेलवे स्टेशन पर हुई घटनाओं के बारे में “गलत” जानकारी फैलाने का प्रयास किया गया। मंत्री ने पिछले महीने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लोको पायलटों के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बैठक का स्पष्ट संदर्भ दिया, जिससे विपक्षी सदस्य खड़े हो गए। वैष्णव ने कहा, “जो लोग लोको पायलटों के साथ रील बनाने में व्यस्त थे… यूपीए शासन के दौरान रनिंग रूम में एक भी एयर कंडीशनर नहीं लगाया गया था और एयर-कंडीशन केबिन वाले कोई भी लोकोमोटिव नहीं थे।” विपक्षी सदस्य सदन के वेल में आ गए और ‘रेल मंत्री वापस जाओ’, ‘रील मंत्री हाय, हाय’ और ‘रील मंत्री इस्तिफा दो’ के नारे लगाते हुए सदन से बाहर चले गए।
वैष्णव ने कहा कि कवच 4.0 को इस साल 17 जुलाई को अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन द्वारा प्रमाणन प्राप्त हुआ और सिस्टम के तीन निर्माताओं ने अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा दी है। वैष्णव ने कहा, “दो नए निर्माता भी इसमें शामिल हो रहे हैं, 8,000 से अधिक इंजीनियरों और तकनीशियनों को प्रशिक्षित किया गया है, छह विश्वविद्यालयों ने अपने पाठ्यक्रम में कवच को शामिल किया है।”
मंत्री ने कहा, “अब हम ऐसी स्थिति में हैं कि हम कवच को बड़े पैमाने पर लागू कर सकते हैं। कवच को 9,000 किलोमीटर पर लागू करने के लिए निविदाएं प्रक्रिया में हैं। अगले कुछ महीनों में हम 10,000 कोचों पर कवच 4.0 को लागू करना शुरू कर देंगे।”