रामपुर। रामपुर की स्वालेहा नामक महिला को थाना भोट पुलिस से न्याय नहीं मिल पा रहा है। पीड़िता ने हाल ही में पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र से मुलाकात कर अपनी परेशानियों का विस्तृत वर्णन किया और न्याय की गुहार लगाई है।
थाना भोट पुलिस पर आरोप
स्वालेहा ने आरोप लगाया है कि थाना भोट की महिला प्रभारी और दरोगा उसे लगातार टहला रहे हैं और उसकी शिकायतों पर उचित कार्रवाई नहीं कर रहे। पिछले दो महीनों से वह मायके में रह रही है और थाना भोट पुलिस द्वारा उसकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया है।
ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप
पीड़िता ने एसपी को दी गई शिकायत में ससुराल पक्ष पर दहेज की मांग और शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। स्वालेहा का कहना है कि जून 2024 में उसके ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया। इसके बाद से वह मायके में रह रही है।
उपद्रव और उत्पीड़न की घटनाएं
स्वालेहा ने बताया कि 22 जुलाई को जब वह अपने मायके में अकेली थी, तब उसके पति इरफान अली और अन्य ससुराल वाले घर में घुस आए। इरफान अली दरवाजे पर खड़ा रहा जबकि रशीद और मुमताज ने जबरन घर में घुसकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके कपड़े फाड़ दिए गए और उसे गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया गया। पति इरफान ने दरवाजे पर खड़े होकर पहरेदारी की और बाद में जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए।
पुलिस कार्रवाई की मांग
स्वालेहा ने पुलिस पर कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक से इंसाफ की गुहार लगाई है। पीड़िता का कहना है कि उसने 2 जुलाई को महिला थाना में भी प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन मामला अब तक सुलझ नहीं सका है और यह सुला समझौता केंद्र में विचाराधीन है।
थाना भोट में निराशा
स्वालेहा का कहना है कि वह रामपुर के विभिन्न थानों में दर-दर की ठोकरें खा रही है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही। अब वह उम्मीद कर रही है कि पुलिस प्रशासन उसकी समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान देगा और उसे न्याय मिलेगा।