दुकानों पर नाम लिखने के मामले में सुप्रीम कोर्ट का रोक लगाना देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए जरूरी : मुस्तफा हुसैन
रामपुर: उत्तर प्रदेश में अब दुकान मालिकों को नाम बताने की जरूरत नहीं’, नेमप्लेट विवाद पर अब सुप्रीम कोर्ट ने फैसले पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए चमरौआ विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रहे जिला पंचायत सदस्य एडवोकेट मुस्तफा हुसैन ने कहा कि भारत एक लोकतंत्र देश है और लोकतांत्रिक देश के लिए सुप्रीम कोर्ट का फैसला लोक हित में है।
जिला पंचायत सदस्य मुस्तफा हुसैन ने कहा कि धर्म के नाम पर नफरत फैलाना ठीक नहीं है। कुछ फिरकापरस्त लोग धर्म के नाम पर नफरत फैला कर समाज को बांट कर राजनैतिक रोटियां सेकना चाहते हैं। भारत देश सब धर्मों का है और हिंदू, मुसलमान, सिक्ख, ईसाई सब प्यार और मोहब्बत के साथ इस देश में रहते हैं। नफरत फैलाना किसी धर्म में नहीं लिखा है।
मुस्तफा हुसैन ने कहा कि सावन का महीना आस्था से जुड़ा हुआ है। हर व्यक्ति को परंपरागत धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन करने की छूट होती है और दूसरे धर्म के किसी भी व्यक्ति को इसमें कभी भी कोई ऐतराज नहीं होता है।