इस बीच, डिजिटल अटेंडेंस के मुद्दे पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने विभिन्न शिक्षक संगठनों को बातचीत के लिए बुलाया। इसमें कुछ संगठन तो शामिल हुए लेकिन कुछ ने वार्ता का बहिष्कार किया। हालांकि, महानिदेशक से वार्ता में कोई हल नहीं निकला। ऐसे में शिक्षक संगठनों ने बहिष्कार जारी रखने का फैसला किया है।
शिक्षक संघ की ओर लंबित समस्याओं के समाधान के लिए शासन को कई बार पत्र भेजे गए। जिसमें परिषदीय शिक्षकों की पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने, राज्य कर्मचारियों की तरह 31 अवकाश, 12 द्वितीय शनिवार अवकाश, अर्द्ध-आकस्मिक अवकाश, प्रतिकार एवं अध्ययन अवकाश, निशुक्ल चिकित्सा सुविधा और शिक्षकों की पदोन्नति जैसी मांगें शामिल थीं। संघ के प्रतिनिधिमंडल और उत्तर प्रदेश सरकार के मध्य प्रमुख सचिव (बेसिक शिक्षा) के बीच पिछले साल 30 अक्तूबर और 9 नवंबर को वार्ता हुई। लेकिन शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया।