रामराज।नवरात्र दुर्गा नवमी पूरे क्षेत्र में धूमधाम से मनाई गई इस दिन श्रद्धालुओं ने घरों में ज्योत प्रज्वलित कर कन्याओं को भोजन करवाया। इसी के साथ शारदीय नवरात्र का समापन हो गया।
शारदीय नवरात्र के नौवें दुर्गानवमी बड़ी ही धूमधाम से मनाई गई सोमवार की सुबह के समय से ही श्रद्धालुओं ने कन्या पूजन कर उन्हें हलवा पूरी व अन्य व्यंजनों से जिमाना शुरू कर दिया। मान्यता है कि शारदीय नवरात्र पर माँ दुर्गा आहुति, उपहार, भेंट, पूजा-पाठ और दान से इतनी खुश नहीं होतीं, जितनी ज्योत प्रज्वलित कर कन्या पूजन और लोंकड़ा पूजन से होती हैं। तथा माता अपने भक्तों को सांसारिक कष्टों से मुक्ति प्रदान करती हैं। कन्याओं के साथ एक लोंकड़ा यानी लड़के को भी जिमाते हैं। माना जाता है कि लोंकड़े के अभाव में कन्या पूजन पूर्ण नहीं होता। सोमवार को दुर्गा नवमी पर कन्या पूजन के साथ शारदीय नवरात्र का समापन हो गया। बता दे कि नवरात्र उपवास रखने वाले श्रद्धालु दुर्गा अष्टमी को कन्या पूजन के साथ अपना उपवास खोलते हैं, जबकि कई श्रद्धालु दुर्गा नवमी को उपवास खोलते हैं। वैसे तो घरों व मंदिरों में पूजा-अर्चना हर रोज होती है परंतु नवरात्र पर्व पर पूजा का विशेष महत्त्व होता है।