पुलिस अफसरों के गले की फांस बना युवक की मौत का मामला, परिजनों ने नहीं उठाया शव; इस बड़ी मांग पर अड़ा है पीड़ित परिवार

फरीदाबाद में पुलिस हिरासत में युवक की मौत का मामला तूल पकड़ रहा है। पीड़ित परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव उठाने से इंकार कर दिया। पीड़ित परिजन क्राइम ब्रांच और चौकी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं। हालांकि इस मामले की न्यायिक जांच भी शुरू हो गई है। जानिए आखिर पूरा मामला क्या है?

फरीदाबाद। पुलिस हिरासत में मौत होने के बाद पीड़ित परिवार वालों ने मृतक अमित का शव नहीं उठाया। मृतक के स्वजन मांग कर रहे हैं कि क्राइम ब्रांच सेक्टर 65 और पुलिस चौकी नंबर दो के पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए।

स्वजनों ने नहीं उठाया मृतक का शव
पीड़ित स्वजनों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही से अमित की मौत हुई है। इसलिए उन्होंने देर रात तक बादशाह खान अस्पताल से अमित का शव नहीं उठाया। जबकि मृतक अमित के शव का पोस्टमार्टम सोमवार को दोपहर बाद हो गया था।

मामले की शुरू हुई न्यायिक जांच
बताया गया कि वैसे इस मामले की न्यायिक जांच भी शुरू हो गई है। गाजीपुर में रहने वाले अमित और वहीं के रहने वाले हरीश के बीच मॉल ऑफ फरीदाबाद की बेसमेंट में पैसों के लेनदेन को लेकर चाकूबाजी हुई थी। दोनों को चाकू लगे थे।

अमित के पेट में लगा था चाकू
वहीं, हरीश गंभीर रूप से घायल हो गया था जबकि, अमित के पेट में चाकू लगा था और उसे बादशाह खान नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अमित के खिलाफ थाना कोतवाली में जानलेवा हमले की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया था।

पुलिस का मानना- अमित ने आत्महत्या की
क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे घायल अवस्था में ही अपने साथ ले गई थी। आरोप है कि उसके साथ मारपीट की गई, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। उधर, पुलिस का कहना है कि अमित ने आत्महत्या की है। इस मामले को लेकर अमित के परिवार वालों में रोष है।

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