लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के फिर से उभरने में राहुल गांधी ने बड़ी भूमिका निभाई- दीपांकर भट्टाचार्य
देश की सबसे पुरानी पार्टी का दोबारा मजबूत होना लोकतंत्र के लिए जरूरी- दीपांकर भट्टाचार्य
नई दिल्ली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के फिर से उभरने में रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी का दोबारा मजबूत होना लोकतंत्र के लिए जरूरी है।
कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव 22.34 फीसदी वोट शेयर के साथ 99 सीट पर जीत दर्ज की। पार्टी ने 19.49 फीसदी वोट शेयर के साथ 52 सीट जीती थीं। यानी उसके वोट शेयर में तीन फीसदी से ज्यादा उछाल आया, वहीं संसद के निचले सदन में सीट करीब दोगुना बढ़ गईं।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने इस बार के चुनाव में 2019 के आम चुनावों की तुलना में करीब 100 कम सीटों पर चुनाव लड़ा। इसलिए, यह वोट शेयर एक महत्वपूर्ण है।” उन्होंने आगे कहा, “यह निश्चित रूप से भाजपा के लिए झटका है और कांग्रेस के लिए एक बड़ी रिकवरी है। निश्चित तौर पर राहुल गांधी ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने आरक्षण, जाति जनगणना जैसे मुद्दे उठाए और साथ ही घोर पूंजीवाद (क्रोनी कैपिटलिज्म) का जिक्र किया। उसके पुनरुद्धार में पुनर्निमाण का एक तत्व भी शामिल है। मुझे लगता है कि कांग्रेस यही करने की कोशिश कर रही है। उदाहरण के लिए जाति जनगणना, आरक्षण, ये ऐसे मुद्दे रहे हैं जिनके बारे में कांग्रेस कभी भी मुखर नहीं रही। इससे पहले कांग्रेस इन मुद्दों पर केवल अपना पक्ष रखती थी और अन्य दलों के साथ जाती थी। लेकिन उसने हकीकत में कभी भी इन मुद्दों पर सक्रिया भूमिका निभाने या अधिक मुखर होने की कोशिश नहीं की थी।”
भट्टाचार्य ने आगे कहा, इसी तरह कमरे में एक और हाथी भी है। कोई भी इसके बारे में बात नहीं करता है। अदाणी-अंबानी और घोर पूंजीवाद की बात। यह फिर से कुछ ऐसा है जिसके बारे में कांग्रेस के सभी नेता बात नहीं कर रहे हैं। न ही कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारें वास्तव में इसके बारे में बात कर रही हैं।
राहुल गांधी ने उद्योगपति गौतम अदाणी और मुकेश अंबानी का नाम लेते हुए कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर हमले किए हैं और उन पर घोर पूंजीवाद का समर्थन करने का आरोप लगाया है।