नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा में नई मंत्रिपरिषद में सात महिलाओं को शामिल किया गया है, जिनमें से दो कैबिनेट मंत्री हैं। पिछली मंत्रिपरिषद में 10 महिला मंत्री थीं, जो 5 जून को भंग हो गई।
जिन लोगों को हटाया गया है, उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार, साध्वी निरंजन ज्योति, दर्शना जरदोश, मीनाक्षी लेखी और प्रतिमा भौमिक शामिल हैं।
मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए नए मंत्रियों में पूर्व केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा सांसद अन्नपूर्णा देवी, शोभा करंदलाजे, रक्षा खड़से, सावित्री ठाकुर और निमूबेन बंभानिया और अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल शामिल हैं।
सीतारमण और देवी को कैबिनेट में शामिल किया गया है, जबकि बाकी ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है।
ईरानी और पवार क्रमश: अमेठी और डंडोरी में अपनी मौजूदा सीट हार गईं, वहीं ज्योति, जरदोश, लेखी और भौमिक को भाजपा ने टिकट नहीं दिया और उन्हें मैदान में नहीं उतारा।
देवी, करंदलाजे, खडसे, सहरावत और पटेल जिन्होंने हाल ही में चुनाव जीता है, उन्हें नए मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है।
इस साल लोकसभा चुनाव में कुल 74 महिलाएं जीती हैं, जो 2019 में चुने गए 78 से थोड़ी कम है।
नरेंद्र मोदी ने अपने 71 मंत्रिपरिषद के साथ रविवार को शपथ ली, क्योंकि दो पूर्ण कार्यकाल के बाद नई गठबंधन सरकार का गठन हुआ, जिसमें भाजपा को अपने दम पर बहुमत प्राप्त था।
2014 में मोदी के पहले कार्यकाल में आठ मंत्री बने थे, जबकि दूसरे कार्यकाल में छह महिला मंत्रियों ने शपथ ली और 17वीं लोकसभा के भंग होने तक 10 महिला मंत्री थीं।